
ओडिशा में मोदी के मुंह से नवीन पटनायक की तारीफ क्या इशारा करती है?
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ओडिशा दौरे में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की दिल खोलकर तारीफ की है, और बदले में बीजेडी नेता ने भी कोई कसर बाकी नहीं रखी. अब तो BJP-BJD गठबंधन की चर्चा भी जोर पकड़ने लगी है - लेकिन, ऐसा कभी लगा क्या कि नवीन पटनायक एनडीए से बाहर हैं?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाल के भाषणों को ध्यान से देखें तो साफ है कि बीजेपी अपना दुश्मन सिर्फ उन राजनीतिक दलों को मानती है, जो किसी न किसी रूप में INDIA ब्लॉक से जुड़े हैं. ममता बनर्जी ने भले ही कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं किया हो, लेकिन वो अब भी बीजेपी के निशाने पर बनी हुई हैं.
लेकिन जो भी पार्टियां INDIA ब्लॉक से पूरी तरह बाहर हैं, बीजेपी उन्हें दोस्त-दल मान कर चल रही है - और इस सूची में सबसे ऊपर तो ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के बीजू जनता दल का ही नाम नजर आ रहा है. खासकर महीने भर पहले प्रधानमंत्री मोदी के नवीन पटनायक को 'मेरे मित्र' कह कर संबोधित किये जाने के बाद तो चर्चा हो ही रही थी - मोदी के ताजा ओडिशा दौरे में दोनों नेताओं के एक-दूसरे की तारीफ के बाद तो ये चर्चा ज्यादा ही गंभीर हो चली है.
अब तो ऐसा लगता है, बीजेपी अपनी स्वर्णकाल वाली सूची से भी ओडिशा को हटा चुकी है, क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी के पिछले दो दौरे में ऐसा कोई संकेत नहीं देखा गया जिससे समझ में आये कि बीजेपी और बीजेपी आपस में विरोधी राजनीतिक दल हैं.
बीजेपी के स्वर्णकाल की चर्चा पहली बार 2019 के आम चुनाव से पहले सुनाई दी थी. 2017 के यूपी विधानसभा चुनावों के बाद बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी भुवनेश्वर में आयोजित हुई थी. चुनावी राज्यों में बीजेपी तैयारियों के मद्देनजर हाल फिलहाल ऐसे ही कार्यकारिणी की बैठकें बुलाती रही है.
कार्यकारिणी की बैठक के बाद बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने तब स्वर्णकाल को लेकर अमित शाह का नजरिया पेश किया था. बकौल रविशंकर प्रसाद अमित शाह ने कार्यकारिणी में कहा था, लोग कहते हैं कि ये भाजपा का स्वर्णिम काल है... मैं कहता हूं स्वर्णिम समय तब आएगा जब केरल, बंगाल, ओडिशा... सभी राज्यों में भाजपा की सरकार होगी.
देखा जाये तो केरल और बंगाल को लेकर तो बीजेपी वैसे ही तत्पर है, लेकिन ओडिशा में स्टैंड काफी हद तक बदल चुका है. मोदी और पटनायक की ताजा केमिस्ट्री तो ऐसे से ही संकेत दे रही है - लेकिन क्या नतीजा चुनावी गठबंधन के रूप में सामने आने वाला है? फिलहाल ये बड़ा सवाल है, लेकिन सीधे सीधे कोई जवाब नहीं मिल रहा है.

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