
ऑस्कर विनर हॉलीवुड एक्ट्रेस डाएन कीटन का निधन, 79 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
AajTak
डाएन कीटन का जन्म 1946 में लॉस एंजेलिस में डायन हॉल के नाम से हुआ था. 1972 में उन्हें 'द गॉडफादर' में के एडम्स की भूमिका में कास्ट किया गया. इस फिल्म में उनके अभिनय ने उन्हें हॉलीवुड में स्थापित कर दिया. इस भूमिका को उन्होंने फिल्म की दोनों सीक्वल में भी निभाया.
हॉलीवुड की मशहूर और ऑस्कर विनर एक्ट्रेस डाएन कीटन का 79 साल की उम्र में निधन हो गया. यह जानकारी पीपल मैगजीन ने शनिवार (11 अक्टूबर, 2025) को दी. सूत्रों के अनुसार, कीटन का निधन कैलिफोर्निया में हुआ. उनके परिवार ने शोक के इस समय में निजता बनाए रखने की अपील की है और अभी तक निधन के बारे में और कोई विवरण साझा नहीं किया गया है.
डाएन कीटन का जन्म 1946 में लॉस एंजेलिस में डायन हॉल के नाम से हुआ था. वह चार भाई-बहनों में सबसे बड़ी थीं. उनके पिता एक सिविल इंजीनियर थे, जबकि उनकी मां गृहिणी थीं और रचनात्मक कला में रुचि रखती थीं. डाएन कीटन ने 2004 में पीपल मैगजीन को बताया था कि उनके माता-पिता की प्रेरणा ने उनके अंदर कलाकार बनने का जुनून जगाया.
हाई स्कूल के बाद, कीटन ने एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा और ब्रॉडवे में अपने सपनों को पूरा करने के लिए न्यूयॉर्क चली गईं. उन्होंने अपने पेशेवर करियर के लिए अपनी मां का मैडेन नाम कीटन अपनाया. शुरुआती करियर में उन्होंने ब्रॉडवे के Hair और Play It Again, Sam में काम किया और बाद में Play It Again, Sam के लिए टोनी पुरस्कार के लिए नामांकित हुईं.
उनका बड़ा ब्रेक 1972 में आया जब उन्हें 'द गॉडफादर' में के एडम्स की भूमिका में कास्ट किया गया. अल पचिनो के साथ इस फिल्म में उनके अभिनय ने उन्हें हॉलीवुड में स्थापित कर दिया. इस भूमिका को उन्होंने फिल्म की दोनों सीक्वल में भी निभाया.
1977 में डाएन कीटन ने वुडी ऐलन की फिल्म Annie Hall में अपनी शानदार भूमिका के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का ऑस्कर जीता.
अपने पांच दशक लंबे करियर में डाएन कीटन हॉलीवुड की सबसे विशिष्ट और सम्मानित अभिनेत्रियों में से एक बन गईं. उन्होंने The First Wives Club, Something’s Gotta Give, और Book Club जैसी फिल्मों में यादगार भूमिकाएं निभाईं. उनकी तेज बुद्धि, अनोखी शैली और टिकाऊ आकर्षण ने अमेरिकी सिनेमा में उनका अमिट योगदान सुनिश्चित किया.

यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन का आजतक से ये खास इंटरव्यू इसलिए अहम हो जाता है क्योंकि इसमें पहली बार रूस ने ट्रंप की शांति कोशिशों को इतनी मजबूती से स्वीकारा है. पुतिन ने संकेत दिया कि मानवीय नुकसान, राजनीतिक दबाव और आर्थिक हित, ये तीनों वजहें अमेरिका को हल तलाशने पर मजबूर कर रही हैं. हालांकि बड़ी प्रगति पर अभी भी पर्दा है, लेकिन वार्ताओं ने एक संभावित नई शुरुआत की उम्मीद जरूर जगाई है.

अब लगभग चार घंटे बाकी हैं जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत दौरे पर पहुंचेंगे. उनका विमान शाम 6 बजकर 35 मिनट पर दिल्ली एयरपोर्ट पर आएगा. करीब चार साल बाद पुतिन भारत आ रहे हैं, जो 2021 में भारत आने के बाद पहली बार है. इस बीच पुतिन के भारत दौरे से पहले MEA ने दोनों देशों के संबंध का वीडियो जारी किया है.

रूस के राष्ट्रपति पुतिन के गुरुवार को भारत दौरे को लेकर हलचल तेज हो चुकी है. इस बीच आजतक ने रूस में ही राष्ट्रपति पुतिन का एक्स्क्लूसिव इंटरव्यू लिया. इस दौरान उनसे अगस्त-सितंबर में चीन के तियानजिन में हुए 25वें शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के दौरान उस वायरल तस्वीर के बारे में पूछा गया, जिसमें उन्होंने वे प्रधानमंत्री मोदी के साथ कार में जाते हुए नजर आए थे. क्या था वो पूरा वाकया, जानने के लिए देखें वीडियो.

बांग्लादेश की आर्मी से रिटायर होने के बाद ब्रिगेडियर जनरल अब्दुल्लाहिल अमान आजमी का मुख्य काम भारत विरोध बन गया है. इस जनरल का मानना है कि भारत बांग्लादेश में अस्थिरता को बढ़ावा देता है. पाकिस्तान की 'ब्लीड इंडिया विद थाउजैंड कट्स' जैसी दूषित नीति से प्रभावित ये जनरल कहता है कि बांग्लादेश में तब तक शांति नहीं आ सकती, जबतक भारत के टुकड़े-टुकड़े न हो जाए.

पुतिन ने यूरोप पर अपनी नजर रखी है क्योंकि उन्हें डर है कि यूरोप शांति वार्ता को बिगाड़ सकता है. यूरोप लगातार रूस के खिलाफ युद्ध में उतरने के संकेत दे रहा है, जिस पर पुतिन ने कड़ी चेतावनी दी है. उन्होंने कहा है कि अगर यूरोप युद्ध में शामिल हुआ तो उसे रूस से ऐसी हार का सामना करना पड़ेगा जिससे यूरोप में शांति की बात करने वाला कोई बच नहीं पाएगा.








