
ऑपरेशन कावेरी : 'न बिजली थी, न पानी...लाश की तरह कमरे में बंद थे...', सूडान से लौट रहे भारतीयों की आपबीती
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सूडान में सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच पिछले 12 दिन से जंग जारी है. इसमें अब तक 400 लोगों की जान जा चुकी है. सूडान में चल रहे गृहयुद्ध के चलते हजारों भारतीय भी वहां फंसे हैं. भारत सरकार इन्हें निकालने के लिए 'ऑपरेशन कावेरी' चला रही है. इसके तहत 670 भारतीय नागरिकों को सूडान से निकाल लिया गया है.
'ऐसे लग रहा था कि हम मृत्युशय्या पर थे...' ये शब्द हरियाणा के सुखविंदर सिंह के हैं, जो सूडान में फंसे थे और वहां से निकलकर सऊदी अरब के रास्ते नई दिल्ली पहुंचे हैं. 40 साल के सुखविंदर पेशे से इंजीनियर हैं और उन 360 भारतीयों में से एक हैं, जो 'ऑपरेशन कावेरी' के तहत पहले बैच में आए हैं.
सुखविंदर हरियाणा के फरीदाबाद के रहने वाले हैं, वे सूडान की मौजूदा स्थिति को याद करके कहते हैं कि वे अभी भी बहुत डरे हुए हैं. उन्होंने बताया, ''हम एक बंद कमरे में रह रहे थे, यह ऐसा था कि हम मृत्युशय्या पर हों.''
इसी तरह यूपी के कुशीनगर के रहने वाले छोटू सूडान में एक फैक्ट्री में काम करते थे, वे अभी भी विश्वास नहीं कर पा रहे हैं कि भारत लौट आए हैं. वे कहते हैं, ''मैं मरकर वापस आ गया.'' समाचार एजेंसी से बातचीत में छोटू कहते हैं, ''कभी सूडान नहीं जाऊंगा. मैं देश में रहकर कुछ भी करूंगा, लेकिन अब सूडान कभी नहीं जाऊंगा.''
पंजाब के होशियारपुर के रहने वाले तसमेर सिंह भी उन लोगों में शामिल हैं, जो सूडान की भयावह स्थिति से लौटे हैं. वे कहते हैं, ''हम एक लाश की तरह थे, एक छोटे कमरे में बिना बिजली-पानी के रह रहे थे. हमने कभी नहीं सोचा था कि हम अपने जीवन में ऐसी स्थिति का सामना करेंगे, लेकिन भगवान का शुक्र है कि हम जीवित लौट आए हैं. ''
सूडान में सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच पिछले 12 दिन से जंग जारी है. इसमें अब तक 400 लोगों की जान जा चुकी है. सूडान में चल रहे गृहयुद्ध के चलते हजारों भारतीय भी वहां फंसे हैं. भारत सरकार इन्हें निकालने के लिए 'ऑपरेशन कावेरी' चला रही है. अभी सूडान में सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच सीजफायर हुआ है, ऐसे में भारत सरकार तेजी से भारतीय नागरिकों को निकालने की कोशिश में जुटी है. ऑपरेशन कावेरी के तहत अब तक 670 भारतीय नागरिकों को सूडान से निकाल लिया गया है.
गिरते बम, ताबड़तोड़ गोलीबारी... सूडान में फंसे अपने नागरिकों को कैसे निकाल रहे दुनिया के देश? विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सूडान से रेस्क्यू किए गए लोगों के दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद निकाले गए उनकी तस्वीरें शेयर कीं. उन्होंने लिखा, "भारत अपनों की वापसी का स्वागत करता है. ऑपरेशन कावेरी के तहत पहली उड़ान में 360 भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाया गया.''

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