एक पैर से कूद-कूदकर तय किया 85 KM का सफर, बाबा गरीब नाथ पहुंची 10 साल की दिव्यांग बच्ची
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भाई की सलामती की दुआ के लिए 10 साल की दिव्यांग बहन ने 85 KM का सफर पैदल तय किया और बाबा गरीबनाथ पहुंची. बता दें, बच्ची का एक ही पैर है. हाजीपुर से मुजफ्फरपुर तक वह कूद-कूदकर पहुंची. भाई के प्रति अटूट प्रेम और बच्ची के हौसले की सभी लोग दाद दे रहे हैं.
बिहार के मुजफ्फरपुर में भाई के लिए दिव्यांग बहन का अटूट प्रेम देखने को मिला. यहां रहने वाली 10 साल की राज नंदनी ने भाई की सलामती और उसके उज्जवल भविष्य के लिए मन्नत मांगी है. जिसके लिए वह 85 किलोमीटर का सफर तय करके बाबा गरीबनाथ पहुंची. बता दें, नंदनी का सिर्फ एक ही पैर है. लेकिन उसने एक ही पैर से चलकर 85 किलोमीटर का सफर तय किया.
बहन के इस जज्बे, हौसले और भाई के प्रति अटूट प्रेम को देखकर हर कोई हैरान है. लोग इस बच्ची की जमकर तारीफ कर रहे हैं. नंदनी हाजीपुर की रहने वाली हैं. उनकी इस पद यात्रा में पिता सुभाष सिंह भी साथ रहे. पिता सुभाष सिंह ने बताया कि नंदनी अपने भाई से बेहद प्यार करती है. उसके भाई का सपना है कि वह आईएएस ऑफिसर बने.
सुभाष सिंह ने बताया कि नंदनी ने संकल्प लिया था कि इस राखी के त्यौहार पर वह भाई के लिए कुछ हटकर करेगी. वे लोग रविवार देर रात सोनपुर के बाबा गरीबनाथ पहुंचे. जैसे ही वे लोग यहां पहुंचे उन्हें देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. सोमवार अल सुबह राज नंदनी ने पहलेजा घाट से गंगा जल लेकर किया गरीबनाथ पर जलाभिषेक किया. फिर पूजा-अर्चना करके भाई के लिए दुआ मांगी.
पिता ने की बेटी की तारीफ
राज नंदनी के फोटो और वीडियो अब सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहे हैं. पिता सुभाष सिंह ने बताया कि तपती गर्मी में भी राज नंदनी एक पैर से कूद-कूद कर चलती रही. उसे थकान भी होती थी. लेकिन फिर भी उसने हिम्मत नहीं हारी. वह बस चलती रही. जैसे ही मंदिर पहुंची उसके चेहरे पर एक अजीब सी खुशी थी जैसे उसका सपना पूरा हो गया हो. हम ऐसी बेटी पाकर धन्य हैं.
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