
उत्तर भारत में बारिश के बाद बढ़ेगी ठंड, सुबह-शाम घना कोहरा, जानें नए साल पर कैसा रहेगा शहर में मौसम
AajTak
मौसम वैज्ञानिकों ने पूर्वानुमान जताया है कि दिल्ली में देर रात और सुबह के समय घना कोहरा छाया रहेगा. इसमें आंशिक रूप से बादल छाए रहने और शाम या रात के समय शीतलहर की संभावना है.
उत्तर भारत शीतलहर की चपेट में है. वहीं, मैदानी इलाकों में कड़ाके की ठंड के साथ बारिश ने दस्तक दी है तो वहीं पहाड़ों पर जमकर बर्फबारी हो रही है. दिल्ली में शुक्रवार और शनिवार को हल्की बारिश के बाद रविवार को मौसम साफ रहेगा, लेकिन सुबह कोहरा रहेगा और धूप सामान्य से अधिक समय तक छिपी रह सकती है. अगले सप्ताह शुष्क और ठंडा मौसम जारी रहेगा. नए साल की पूर्व संध्या पर ठंड और हल्की धुंध छाई रहेगी, जिससे खुले में होने वाले कार्यक्रमों में मुश्किल हो सकती है. पिछले छह वर्षों से नए साल की पूर्व संध्या पर पारा 5 डिग्री सेल्सियस या उससे कम रहा है, जिसमें सबसे कम 2.4 डिग्री 28 दिसंबर 2019 को दर्ज किया गया था. 2007 से अब तक न्यूनतम तापमान 7 डिग्री से नीचे ही रहा है. इस साल भी ऐसा ही रहने की संभावना है, और 31 दिसंबर की शाम/रात को तापमान 6°-7°C के बीच रहने का अनुमान है.
सुबह शाम छाया रहेगा कोहरा उत्तर भारत के कुछ स्थानों में 29 दिसंबर से शीतलहर की स्थिति शुरू होने की संभावना है. पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़, राजस्थान के अलग-अलग स्थानों में 28-30 दिसंबर के दौरान देर रात/सुबह के दौरान घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति बनी रहने की संभावना है. हिमाचल प्रदेश के कुछ स्थानों में 30 और 31 दिसंबर को शीत लहर से लेकर भीषण शीतलहर की स्थिति बनी रहने की संभावना है. दिल्ली में देर रात और सुबह के समय घना कोहरा छाया रहेगा. इसमें आंशिक रूप से बादल छाए रहने और शाम या रात के समय शीतलहर की संभावना है.
जानें दिल्ली में कैसा रहेगा मौसम मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली में देर रात और सुबह के समय घना कोहरा छाया रहेगा. दो दिनों के बारिश के बाद रविवार को बादल छाए रहेंगे लेकिन बारिश की कोई संभावना नहीं है. 29 जनवरी को 3 जनवरी तक हल्के से लेकर घने कोहरे की चेतावनी है. न्यूनतम तापमान 6 से 9 डिग्री के बीच रह सकता है. वहीं, अधिकतम तापमान 16 से 23 डिग्री रहने की संभावना है.
दिसंबर में ठंड और तापमान की स्थिति इस दिसंबर का सबसे कम तापमान 4.5°C, 16 दिसंबर 2024 को दर्ज किया गया था. आमतौर पर, दिसंबर का आखिरी सप्ताह सबसे ठंडा होता है, लेकिन इस बार यह पैटर्न बदल सकता है. पिछले साल न्यूनतम तापमान 4.9°C (15 दिसंबर) को दर्ज किया गया था. पिछले चार दिनों में न्यूनतम तापमान 8°-9°C के बीच रहा है. चक्रवाती परिसंचरण और इससे संबंधित मौसम गतिविधियों के कारण हवाओं के पैटर्न में बदलाव होगा. उत्तरी मैदानी इलाकों में ठंडी हवाएं रुक जाएंगी. लगातार बादल छाए रहने से रात में ठंड कम होगी, और तापमान बढ़कर 10°-12°C तक पहुंच सकता है. इसके बाद, तापमान में फिर से गिरावट आएगी और नए साल के जश्न के दौरान काफी ज्यादा ठंड बढ़ जाएगी.
पिछले 24 घंटों में मौसम की गतिविधि पिछले 24 घंटों के दौरान जम्मू कश्मीर, गिलगित बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश में व्यापक बर्फबारी हुई. उत्तराखंड में छिटपुट बारिश और बर्फबारी हुई. हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और दिल्ली के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि की गतिविधियां हुईं. दिल्ली, हरियाणा और मध्य प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई. पंजाब, हरियाणा, पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, तमिलनाडु, केरल और दक्षिणी कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश हुई. उत्तर पश्चिम और मध्य भारत में दिन के तापमान में काफी गिरावट आई है.

देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने शुक्रवार को अपने एक साल का सफर तय कर लिया है. संयोग से इस समय महाराष्ट्र में स्थानीय निकायों के चुनाव चल रहे हैं, जिसे लेकर त्रिमूर्ति गठबंधन के तीनों प्रमुखों के बीच सियासी टसल जारी है. ऐसे में सबसे ज्यादा चुनौती एकनाथ शिंदे के साथ उन्हें बीजेपी के साथ-साथ उद्धव ठाकरे से भी अपने नेताओं को बचाए रखने की है.

नो-फ्रिल्स, जीरो कर्ज, एक ही तरह के जहाज के साथ इंडिगो आज भी खड़ी है. लेकिन नए FDTL नियमों और बढ़ते खर्च से उसकी पुरानी ताकत पर सवाल उठ रहे हैं. एयर इंडिया को टाटा ने नया जीवन दिया है, लेकिन अभी लंबी दौड़ बाकी है. स्पाइसजेट लंगड़ाती चल रही है. अकासा नया दांव लगा रही है. इसलिए भारत का आसमान जितना चमकदार दिखता है, एयरलाइन कंपनियों के लिए उतना ही खतरनाक साबित होता है.

राष्ट्रपति पुतिन ने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उनकी गरिमामय उपस्थिति के साथ राष्ट्रपति भवन में उनका औपचारिक स्वागत किया गया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया. यह मुलाकात दो देशों के बीच रिश्तों की मजबूती को दर्शाने वाली थी. पुतिन ने महात्मा गांधी के आदर्शों का सम्मान करते हुए भारत की संस्कृति और इतिहास को सराहा. इस अवसर पर राजघाट की शांतिपूर्ण और पावन वायु ने सभी को प्रेरित किया.










