उत्तराखंड: तीर्थ पुरोहितों के विरोध के आगे झुकी सरकार, देवस्थानम बोर्ड का काम रोका
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देवस्थानम बोर्ड के गठन को लेकर उत्तराखंड में तीर्थ पुरोहितों का विरोध प्रदर्शन जारी है. लगातार हो रहे विरोध प्रदर्शन के बीच राज्य सरकार ने बोर्ड के काम पर रोक लगा दी है. तीर्थ पुरोहितों की मांग है कि देवस्थानम बोर्ड को भंग कर दिया जाए.
उत्तराखंड में देवस्थान बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर तीर्थ पुरोहित केदारनाथ में बीते 2 वर्षों से लगातार आंदोलन कर रहे हैं. तीर्थ पुरोहित और पंडा समाज के लोग सरकार से नाराज चल रहे हैं. तीर्थ पुरोहित और पंडा समाज ने जब सामूहिक रूप से भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सदस्यता छोड़ने की धमकी दी तो सरकार बैकफुट पर आ गई.हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.