इंटरनेशनल नर्स डे पर भावुक हुए कोयंबटूर हॉस्पिटल के डीन, घुटनों पर बैठकर बोले- आप हो ‘असली भगवान’
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इंटरनेशनल नर्स डे पर नर्सों का सम्मान किया गया. तमिलनाडु सरकार ने नर्सों को 20 हजार रुपये का इंसेंटिव देने का ऐलान किया, तो वहीं कोयंबटूर हॉस्पिटल के डीन इस मौके पर भावुक हो गए. कोरोना काल में जिस तरह नर्सों द्वारा सेवा की जा रही है, उसे लेकर उन्होंने नर्सों को असली भगवान बताया.
तमिलनाडु के कोयंबटूर स्थित ESI अस्पताल में भावुक दृश्य देखने को मिला. इस अस्पताल के डीन ने नर्सों के सम्मान में घुटनों पर बैठकर अपना सिर झुकाया. डीन ने नर्सों को इस महामारी के दौरान ‘असली भगवान’ बताया. उन्होंने कहा कि देश में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान कई हेल्थ वर्कर्स को भी कोविड-19 संक्रमण की वजह से खोना पड़ा है. इसके बावजूद इन फ्रंटलाइन वॉरियर्स ने आगे रहकर कोरोना से लड़ाई में मोर्चा संभाला हुआ है. इनकी दिन-रात कोशिश है कि जिन संक्रमित मरीजों का इलाज चल रहा है, वो इससे जल्दी से जल्दी पूरी तरह उबरें हैं. फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जन्मदिवस 12 मई को पूरी दुनिया में इंटरनेशनल नर्स डे के तौर पर मनाया जाता है. इस मौके पर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन समेत कई हस्तियों ने नर्स समुदाय को शुभकामनाएं दीं और महामारी के दौरान मरीजों के इलाज के लिए उनकी समर्पण भावना की तारीफ की.नवाज शरीफ ने 25 साल बाद एक गलती स्वीकार की है. ये गलती पाकिस्तान की दगाबाजी की है. 20 फरवरी 1999 को दिल्ली से जब सुनहरी रंग की 'सदा-ए-सरहद' (सरहद की पुकार) लग्जरी बस अटारी बॉर्डर की ओर चली तो लगा कि 1947 में अलग हुए दो मुल्क अपना अतीत भूलाकर आगे चलने को तैयार हैं. लेकिन ये भावना एकतरफा थी. पाकिस्तान आर्मी के मन में तो कुछ और चल रहा था.
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