असम में भूपेश बघेल की मौजूदगी बदल सकती है कांग्रेस की अंतरिम राजनीति का रूप!
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दशकों में पहली बार कांग्रेस पार्टी पार्टी शासित राज्य के किसी चीफ मिनिस्टर को दूसरे राज्य में ले जाकर पार्टी का प्रचार करने को लेकर आगे आई है. रायपुर से दिसपुर के बीच तकरीबन 1600 से भी ज्यादा की दूरी है, लेकिन इसके बाद भी पार्टी का यह दांव लगाना कांग्रेस की एक नई राजनीति की तरफ इशारा कर रहा है.
असम विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण के लिए आज मतदान होना है. चुनाव प्रचार थम चुका है, लेकिन इस बार के प्रचार में काफी कुछ नया देखने को मिला. सबसे ज्यादा खास छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री का असम में प्रचार करने आना रहा. दशकों में पहली बार कांग्रेस पार्टी, किसी पार्टी शासित राज्य के चीफ मिनिस्टर को दूसरे राज्य में जाकर पार्टी का प्रचार करने को लेकर आगे आई है. रायपुर से दिसपुर के बीच तकरीबन 1600 से भी ज्यादा की दूरी है, लेकिन इसके बाद भी पार्टी का यह दांव लगाना कांग्रेस की एक नई राजनीति की तरफ इशारा कर रहा है. भूपेश बघेल पहली बार 18 जनवरी 2021 को असम पहुंचे. यहां बड़े बड़े दिग्गजों के सामने तीन चरण के चुनाव के लिए अकेले पार्टी का प्रचार करना आसान नहीं था. हालांकि कुछ ही दिन में पार्टी के गौरव गोगोई, सुष्मिता देव, देवव्रत सैकिया, रिपुन बोरा जैसे राज्य के कई चहेरे बघेल के साथ आये और पार्टी की मजबूती दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ी.More Related News
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.