असम-मिजोरम संघर्ष में 6 जवान शहीद, हिमंता का आरोप- जवानों की मौत के बाद जश्न मना रहे गुंडे
AajTak
असम और मिजोरम (Assam & Mizoram) के बीच लंबे वक्त से चले आ रहे सीमा विवाद ने सोमवार को एक खूनी संघर्ष का रूप ले लिया. कछार जिले के पास विवाद इतना गहराया कि दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी (Firing) हुई और इस संघर्ष में असम के 6 जवान शहीद हो गए.
असम और मिजोरम (Assam & Mizoram) के बीच लंबे वक्त से चले आ रहे सीमा विवाद ने सोमवार को एक खूनी संघर्ष का रूप ले लिया. कछार जिले के पास विवाद इतना गहराया कि दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी (Firing) हुई और इस संघर्ष में असम के 6 जवान शहीद हो गए. दोनों राज्यों की सीमाओं पर हुए इस संघर्ष का असर सोशल मीडिया पर भी दिखाई दिया, राज्यों के मुख्यमंत्री ट्विटर पर एक-दूसरे को तल्ख जवाब देते नज़र आए. Clear evidences are now beginning to emerge that unfortunately show that Mizoram Police has used Light Machine Guns (LMG) against personnel of @assampolice. This is sad, unfortunate and speaks volumes about the intention and gravity of the situation. After killing 5 Assam police personnel and injuring many , this is how Mizoram police and goons are celebrating.- sad and horrific pic.twitter.com/fBwvGIOQWrदिल्ली-कनाडा फ्लाइट को बीते सप्ताह उड़ाने की धमकी एक मेल के जरिए दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने 13 साल के एक बच्चे को पकड़ा है. यह मेल बच्चे ने हंसी-मजाक में भेज दिया था. वह यह देखना चाहता था कि धमकी भरा मेल भेजने के बाद पुलिस उसे ट्रेस कर पाती है या नहीं. अब उसे जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश किया जाएगा.
‘जिस घर में कील लगाते जी दुखता था, उसकी दीवारें कभी भी धसक जाती हैं. आंखों के सामने दरार में गाय-गोरू समा गए. बरसात आए तो जमीन के नीचे पानी गड़गड़ाता है. घर में हम बुड्ढा-बुड्ढी ही हैं. गिरे तो यही छत हमारी कबर (कब्र) बन जाएगी.’ जिन पहाड़ों पर चढ़ते हुए दुख की सांस भी फूल जाए, शांतिदेवी वहां टूटे हुए घर को मुकुट की तरह सजाए हैं. आवाज रुआंसी होते-होते संभलती हुई.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवनियुक्त केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह और नितिन गडकरी से सोमवार को नई दिल्ली में मुलाकात की. भाजपा के तीनों नेताओं ने रविवार को मोदी-3.0 में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी. 2024 लोकसभा चुनाव जीतने के बाद तीनों वरिष्ठ नेताओं से योगी आदित्यनाथ की यह पहली मुलाकात है.