अश्लील तस्वीरों के जरिए ब्लैकमेलिंग, 100 लड़कियों से गैंगरेप... दिल दहला देगी अजमेर 'सेक्स स्कैंडल' की कहानी
AajTak
कर्नाटक का सेक्स स्कैंडल इस वक्त पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है. इस स्कैंडल में पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के बेटे एच डी रेवन्ना और पोते प्रज्वल रेवन्ना का नाम सामने आया है. इसी तरह 32 साल पहले राजस्थान के अजमेर में एक बहुत बड़ा स्कैंडल हुआ था.
कर्नाटक का सेक्स स्कैंडल इस वक्त पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है. इस स्कैंडल में पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के बेटे एच डी रेवन्ना और पोते प्रज्वल रेवन्ना का नाम सामने आया है. इन दोनों पर सैकड़ों महिलाओं का शारीरिक शोषण करने और अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने का आरोप लगा है. रेवन्ना परिवार में कुक का काम करने वाली एक महिला ने इन दोनों के खिलाफ यौन शोषण का केस भी दर्जा कराया है.
कुक ने आरोप लगाया है कि एचडी रेवन्ना अपनी पत्नी के घर से बाहर जाते ही महिलाओं को स्टोर रूम में ले जाते और वहां उनका यौन शोषण करते थे. इतना ही नहीं कर्नाटक के हासन से सांसद प्रज्वल रेवन्ना उसकी बेटी को कॉल करके अश्लील बातें किया करते थे. कर्नाटक बीजेपी के नेता देवराजे गौड़ा ने 8 दिसंबर, 2023 को प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र को एक खत लिखा था. इसमें उन्होंने रेवन्ना परिवार के स्कैंडल का खुलासा किया था.
देवराजे गौड़ा ने लिखा था कि उन्हें एक पेन ड्राइव मिली है. इसमें कुल 2976 वीडियो हैं. इनमें सभी आपत्तिजनक और अश्लील हैं. वीडियो में कुछ महिलाएं दिख रही हैं, जो सरकारी अधिकारी हैं. इन वीडियो का इस्तेमाल उन महिलाओं को ब्लैकमेल करके उनका यौन उत्पीड़न करने के लिए किया जा रहा है. इस सेक्स स्कैंडल ने पूरे देश को झकझोर दिया है. इसी तरह 32 साल पहले राजस्थान के अजमेर में एक बहुत बड़ा स्कैंडल हुआ था.
अजमेर सेक्स स्कैंडल की कहानी सुन दिल दहल जाएगा
राजस्थान का अजमेर ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह और पुष्कर मंदिर की वजह से पूरे दुनिया में मशहूर हैं. इस धार्मिक शहर की आबोहवा में साल 1990 से 1992 तक कुछ ऐसा घट-गुजर रहा था जो ना सिर्फ गंगा-जमुनी संस्कृति को कलंकित करने वाला था, बल्कि अजमेर के सामाजिक ताने-बाने पर बदनुमा दाग बन उभर रहा था. उस वक्त एक स्थानीय दैनिक नवज्योति अखबार में एक ऐसी खबर छपी जिसने सबको हिला डाला.
इस खबर में स्कूली छात्राओं को उनकी अश्लील तस्वीरों के जरिए ब्लैकमेल करते हुए उनका यौन शौषण किए जाने का पर्दाफाश किया गया था. ''बड़े लोगों की पुत्रियां ब्लैकमेल का शिकार'' शीर्षक से प्रकाशित खबर ने पाठकों के हाथों में अखबार पहुंचने के साथ ही भूचाल ला दिया. क्या नेता, क्या पुलिस, क्या प्रशासन, क्या सरकार, क्या सामाजिक धार्मिक नगर सेवा संगठन से जुड़े लोग सब के सब सहम गए. यह कैसे हो गया? कौन हैं? किसके साथ हुआ?
लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी के पक्ष में बघेल लगातार चुनावी प्रचार कर रहे हैं. इस दौरान पूर्व सीएम का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने रायबरेली के बथुआ में बड़ा दावा करते हुए कहा कि रायबरेली के लोग सिर्फ लोकसभा सदस्य नहीं चुन रहे हैं, बल्कि स्व. इंदिरा गांधी के बाद अब रायबरेली के लोग देश का प्रधानमंत्री चुनने जा रहे हैं.
रायबरेली में भीड़ को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने कहा, "मेरा आंचल आपके प्रेम और आर्शीवाद से जीवनभर भरा रहा. आपके प्रेम ने मुझे कभी भी अकेले नहीं पड़ने दिया. मेरा सब कुछ आपका दिया हुआ है. मैं आपको अपना बेटा सौंप रही हूं. जैसे आपने मुझे अपना माना वैसे ही आपको राहुल को अपना मान कर रखना है, राहुल आपको निराश नहीं करेगा.'
केंद्रीय वित्त मंत्री और बीजेपी लीडर निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को स्वाति मालीवाल के मामले का जिक्र करते हुए आम आदमी पार्टी पर जमकर निशाना साधा. निर्मला सीतारमण ने कहा कि महिलाओं पर हमला करने वाले AAP नेताओं की लिस्ट लंबी है. नई दिल्ली लोकसभा सीट से तो अपनी प्रेग्नेंट पत्नी के पेट पर लात मारने वाले नेता को AAP ने टिकट दिया है.
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना यूबीटी के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को आजतक से एक्सक्लूसिव बातचीत की. इस दौरान उद्धव ठाकरे ने दावा किया कि महाराष्ट्र की जनता गद्दारों को कभी माफ नहीं करेगी. जो शिवसेना हिंदू हदय सम्राट बाला साहेब ठाकरे ने बनाई, उसको तोड़ने की कोशिश की गई. ये महाराष्ट्र बर्दाश्त नहीं करेगा. देखें उद्धव ठाकरे ने शिवसेना के टूटने पर और क्या-क्या कहा?
अरविंद केजरीवाल के लिए मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. अप्रैल 1 से जेल में बंद केजरीवाल को 10 मई को बाहर आने की इजाजत मिली. लोकसभा चुनाव जब चरम पर था तब 40 दिन केजरीवाल को जेल में बिताने पड़े. बाहर निकले तो एक और विवाद आकर खड़ा हो गया. स्वाति मालीवाल वाला केस. अब एक तरफ केजरीवाल चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं तो दूसरी तरफ पार्टी की इस कलह का भी समाधान ढूंढ रहे हैं.