अमेरिका में बैंकिंग संकट, सिलिकॉन वैली बैंक पर लगा ताला... शेयर हुए धड़ाम
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ढाई साल में ये दूसरी बार है, जब FDIC इंश्योर्ड बैंक बंद हुआ है. वित्तीय संकट से जूझ रहे सिलिकॉन वैली बैंक के कामकाज को फिलहाल बंद कर दिया गया है. इसके शेयर भी बुरी तरह टूटे हैं. सिलिकॉन वैली बैंक अमेरिका के सबसे बड़े बैंकों में से एक है.
अमेरिका में एक बार फिर से बैंकिंग संकट (Banking Crisis) नजर आ रहा है. अमेरिकी रेगुलेटर्स ने देश के सबसे बड़े बैंकों में से एक सिलिकॉन वैली बैंक (Silicon Valley Bank) को बंद करने का आदेश दिया है. साथ ही उसने फेडरल डिपॉजिट इंश्योरेंस कॉरपोरेशन (FDIC) को बैंक का रिसीवर नियुक्त किया है. बैंकों में जमा ग्राहकों की राशि की सुरक्षा की जिम्मेदारी FDIC को सौंपी गई है. इससे पहले प्री-मार्केट ट्रेडिंग में बैंक के शेयरों में 66 फीसदी की गिरावट के बाद इसे कारोबार से रोक दिया गया.
13 मार्च को खुलेंगे ब्रॉन्च
करीब ढाई साल में ये दूसरी बार है, जब FDIC इंश्योर्ड बैंक बंद हुआ है. इससे पहले अक्टूबर 2020 में अलमेना स्टेट बैंक पर भी ताला लग गया था. रिपोर्ट के अनुसार, सिलिकॉन वैली बैंक का मुख्य कार्यालय और सभी शाखाएं 13 मार्च को फिर से खुलेंगी और सभी बीमित जमाकर्ताओं के पास सोमवार सुबह तक अपनी जमा राशि का एक्सेस होगा. 31 दिसंबर 2022 तक सिलिकॉन वैली बैंक की कुल संपत्ति करीब 209 अरब डॉलर थी और कुल डिपॉजिट करीब 175.4 अरब डॉलर था.
रॉयटर्स के अनुसार, पिछले दो दिनों में अमेरिकी बैंकों के शेयर के मार्केट वैल्यू में 100 अरब डॉलर से अधिक का नुकसान हुआ है. यूरोपीय बैंकों की वैल्यू में लगभग 50 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है.
टेक कंपनियों को दिए हैं कर्ज
सिलिकॉन वैली बैंक अमेरिका का 16वां सबसे बड़ा बैंक है. ये नए जमाने की टेक कंपनियों और वेंचर कैपिटल के निवेश वाली कंपनियों तो फाइनेंसियल सपोर्ट देने वाला अमेरिका का प्रमुख बैंक है. हालांकि, पिछले 18 महीनों में अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में इजाफा किया है. इस वजह से ऐसी कंपनियों को तगड़ा नुकसान हुआ है.