
अमेरिका में कोरोना की वजह से अब तक 10 लाख लोगों ने गंवाई जान
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अमेरिका में कोरोना का भयंकर प्रभाव देखने को मिला है. मामले तो रिकॉर्डतोड़ आए ही हैं, इसके अलावा मौत भी काफी ज्यादा हुई हैं. अब व्हाइट हाउस ने एक आंकड़ा जारी कर बताया है कि अमेरिका में कोरोना की वजह से 10 लाख लोगों ने अपनी जान गंवा दी है.
अमेरिका में कोरोना का भयंकर प्रभाव देखने को मिला है. मामले तो रिकॉर्डतोड़ आए ही हैं, इसके अलावा मौत भी काफी ज्यादा हुई हैं. अब व्हाइट हाउस ने एक आंकड़ा जारी कर बताया है कि अमेरिका में कोरोना की वजह से 10 लाख लोगों ने अपनी जान गंवा दी है. पूरी दुनिया में ये किसी भी देश के लिए सर्वधिक आंकड़ा है.
वैसे अब पिछले कुछ हफ्तों से अमेरिका में कोरोना का आंकड़ा कम जरूर हुआ है, लेकिन अभी भी औसतन रोज 360 लोगों की मौत हो रही है. ये संख्या भी दूसरे देशों की तुलना में ज्यादा मानी जा रही है. अमेरिका में डेल्टा से लेकर ओमिक्रॉन तक, हर वैरिएंट का कहर देखने को मिला है. इस महामारी ने अमेरिका जैसे विकसित देश को भी घुटनों पर ला दिया था. स्वास्थ्य सेवाएं चरमराई थीं, अस्पतालों में बेड की कमी हुई थी और वैक्सीन भी चुनौती रही थी.
मौत के मामले में ब्राजील भी अमेरिका से ज्यादा पीछे नहीं है. दुनिया में दूसरी सबसे सर्वधिक मौते ब्राजील में ही हुई हैं. वहां पर कोरोना की वजह से अब तक 6 लाख से ज्यादा लोग अपनी जान गवां चुके हैं. भारत में भी पांच लाख से ज्यादा लोगों की कोरोना की वजह से मौत हुई है. लेकिन WHO के आंकड़े भारत के लिए मौत का आंकड़ा 45 लाख से भी ज्यादा मानते हैं. सरकार की तरफ से उन आंकड़ों का खंडन किया गया है. WHO की प्रक्रिया पर भी सवाल उठाए गए हैं.
वैसे अमेरिका, ब्राजील और भारत के अलावा इस समय चीन में कोरोना की फिर जोरदार दस्तक हुई है. मामले तो तेजी से बढ़ ही रहे हैं, मौतों का सिलसिला भी नहीं थम रहा है. चीन में ओमिक्रॉन से जारी तबाही के बीच फूडान यूनिवर्सिटी की स्टडी ने चिंता और बढ़ा दी है. फूडान यूनिवर्सिटी का कहना है कि अगर जीरो-कोविड पॉलिसी में ढील दी गई तो जुलाई तक 16 लाख से ज्यादा मौतें हो सकतीं हैं. इतनी मौतें होती हैं तो वहां अंतिम संस्कार के लिए जगह कम पड़ सकती है.

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