अफगानिस्तान के वो अहम चेहरे, जिनके दम पर खेली जा रही है शह और मात की पूरी बाज़ी
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एक तरफ पंजशीर के शेर का बेटा अहमद मसूद, पुराने वॉर लॉर्ड अब्दुल रशीद दोस्तम, पूर्व उप राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह और मिलशिया नेता अता मोहम्मद नूर हैं. और दूसरी तरफ आतंकी संगठन तालिबान, पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई, राष्ट्रपति अशरफ गनी के भाई हशमत गनी अहमदज़ई और तालिबान का नया दोस्त पूर्व गवर्नर गुल आग़ा शेरजई है.
देश का राष्ट्रपति भले ही देश छोड़कर भाग चुका हो. देश की सेना भले ही बिना लड़े हथियार डाल चुकी हो. बेशक तालिबान देश की राजधानी काबुल पर कब्जा जमा चुका हो. लेकिन तालिबान फिर भी अफगानिस्तान को पूरी तरह से जीत नहीं पाया है. नॉर्दन अलाइंस और तालिबान के बीच पंजशीर में अभी भी जबरदस्त लड़ाई जारी है. खबर ये है कि वहां 300 तालिबान लड़ाकों को मार गिराया गया है या बंधक बना लिया गया है. पंजशीर के नेताओं का कहना है कि वो तालिबान के सामने हथियार नहीं डालेंगे और ये जंग जारी रहेगी.उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने हाल ही में एक बयान दिया है कि उन्होंने धर्म के आधार पर आरक्षण की समीक्षा करने की बात कही है. उन्होंने यह भी जोड़ा कि अगर कहीं भी संविधान विरुद्ध कोई कार्य हो रहा है, तो उसकी समीक्षा की जाएगी. उन्होंने कहा कि ओबीसी के आरक्षण का लाभ ले रहे मुस्लिमों की समीक्षा करेंगे. यह बयान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की ओर से आरक्षण प्रणाली के बारे में एक महत्वपूर्ण बयान है.
यूपी की नोएडा पुलिस ओखला से विधायक अमानतुल्लाह खान और उनके बेटे पर कार्रवाई करने की तैयारी में है. दरअसल, नोएडा की एक अदालत CRPC-81/82 ने विधायक के घर की कुर्की का आदेश दिया है. अमानतुल्लाह खान और उनके बेटे अनस के खिलाफ नोएडा में पेट्रोल पंप कर्मचारी के साथ मारपीट और जान से मारने की धमकी देने का आरोप है.