
Ranbir Kapoor-Alia Bhatt Reception: नहीं होगा रणबीर कपूर-आलिया भट्ट का रिसेप्शन? नीतू कपूर बोलीं- सब हो गया
AajTak
वीडियो में पैपराजी की तरफ से नीतू कपूर से सवाल किया जाता है कि मैम रिसेप्शन कब है और कहां है? इसके जवाब में नीतू कपूर कहती हैं- हो गया सब कुछ हो गया. अभी आप आराम से सो जाओ. अब नीतू कपूर की ये बात सुनकर तो यही लगता है कि कपल की रिसेप्शन पार्टी नहीं होने वाली है.
लंबे वक्त से रणबीर कपूर और आलिया भट्ट की शादी को लेकर बज बना हुआ था. उनकी शादी और वेडिंग डेट पर कई कयास लगाये जा रहे थे. अब आखिरकार 14 अप्रैल को रणबीर और आलिया एक दूसरे के हो गए हैं. शादी के सारे फंक्शंस शॉर्ट नोटिस पर हुए. 13-14 अप्रैल में शादी और प्री-वेडिंग्स फंक्शंस सिमट गए. शादी तो हो गई अब रिसेप्शन को लेकर सस्पेंस बना हुआ है.
कब होगा रणबीर-आलिया का रिसेप्शन?
अटकलें थीं कि न्यूलीवेड कपल के लिए दो ग्रैंड रिसेप्शन रखे जाएंगे. फिर सुनने में आया कि रणबीर आलिया के रिसेप्शन का वेन्यू बदल दिया गया है. रिसेप्शन घर पर ही होस्ट किए जाने की चर्चा हुई. कपल के रिसेप्शन को लेकर सामने आ रही तमाम अटकलों पर अब नीतू कपूर ने विराम लगा दिया है. उनकी बातों से तो यही लगता है कि कपल की रिसेप्शन पार्टी नहीं होने वाली है.
मीडिया से मिलने आए Ranbir Kapoor, दुल्हनिया Alia Bhatt को गोद में उठाकर भागे!
पैपराजी से क्या बोलीं नीतू कपूर?
रणबीर-आलिया की शादी पूरी होने के बाद मीडिया को धन्यवाद करते हुए नीतू कपूर का एक वीडियो सामने आया है. वीडियो में नीतू कपूर के साथ उनकी बेटी रिद्धिमा कपूर और दामाद खड़े हैं. वीडियो में हाथ जोड़कर नीतू कपूर पैपराजी का धन्यवाद करती दिख रही हैं. नीतू कपूर के चेहरे पर बेटे की शादी और बहू को घर लाने की खुशी साफ नजर आती है.

रूसी बैले डांसर क्सेनिया रयाबिनकिना कैसे राज कपूर की क्लासिक फिल्म मेरा नाम जोकर में मरीना बनकर भारत पहुंचीं, इसकी कहानी बेहद दिलचस्प है. मॉस्को से लेकर बॉलीवुड तक का उनका सफर किसी फिल्मी किस्से से कम नहीं. जानिए कैसे उनकी एक लाइव परफॉर्मेंस ने राज कपूर को प्रभावित किया, कैसे उन्हें भारत आने की इजाजत मिली और आज वो कहां हैं और क्या कर रही हैं.

शहनाज गिल ने बताया कि उन्हें बॉलीवुड में अच्छे रोल नहीं मिल रहे थे और उन्हें फिल्मों में सिर्फ प्रॉप की तरह इस्तेमाल किया जा रहा था. इसी वजह से उन्होंने अपनी पहली फिल्म इक कुड़ी खुद प्रोड्यूस की. शहनाज ने कहा कि वो कुछ नया और दमदार काम करना चाहती थीं और पंजाबी इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाना चाहती थीं.

ओटीटी के सुनहरे पोस्टर भले ही ‘नई कहानियों’ का वादा करते हों, पर पर्दे के पीछे तस्वीर अब भी बहुत हद तक पुरानी ही है. प्लेटफ़ॉर्म बदल गए हैं, स्क्रीन मोबाइल हो गई है, लेकिन कहानी की कमान अब भी ज़्यादातर हीरो के हाथ में ही दिखती है. हीरोइन आज भी ज़्यादातर सपोर्टिंग रोल में नज़र आती है, चाहे उसका चेहरा थंबनेल पर हो या नहीं. डेटा भी कुछ ऐसी ही कहानी कहता है.










