
Prayagraj: पेट्रोल पंप पर कार में तेल भरते ही अचानक भड़क उठी आग, जान बचाने को भागे लोग
AajTak
प्रयागराज में पेट्रोल पंप पर पेट्रोल भरवाते समय कार में आग लग गई. मौके पर मौजूद लोगों को का कहना है कि कार में बैठे लोगों ने मुश्किल ने अपनी जा बचाई. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. फिलहाल अब तक आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है.
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में पेट्रोल भरवाते वक्त एक कार में भीषण आग लग गई. कार सवारों ने बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचाई. मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत ही इसकी सूचना पुलिस और फायर ब्रिगेड को दी. लेकिन आग इतनी भीषण थी कि फायर ब्रिगेड के पहुंचने तक कार जलकर पूरी तरह से खाक हो गई. यह घटना शंकरगढ़ इलाके के नारीबारी में भारत पेट्रोलियम के पेट्रोल पंप पर हुई.
जानकारी के मुताबिक सुबह करीब साढ़े 7 बजे एक स्विफ्ट डिजायर कार में पेट्रोल भरवाने के बाद चालक टंकी का ढक्कन बंद कर रहा था. तभी अचानक कार में आग लग गई.
मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि आग की लपटें इतनी ज्यादा थीं कि पेट्रोल डिलेवरी पाइप से मीटर रीडर मशीन तक आग पहुंच गई. देखते ही देखते भयंकर आग लग गई और चारों तरफ अफरा तफरी मच गई. किसी ने इस घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और अब कार में आग लगने के कारणों का पता लगाने में जुट गई है. पेट्रोल पंप पर लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला जा रहा है. लेकिन इस हादसे में कार में बैठे सभी लोग पूरी तरह से सुरक्षित हैं. यह पेट्रोल पंप ठठेरी बाजार की रहने वाली सुलेखा गुप्ता का बताया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.

देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने शुक्रवार को अपने एक साल का सफर तय कर लिया है. संयोग से इस समय महाराष्ट्र में स्थानीय निकायों के चुनाव चल रहे हैं, जिसे लेकर त्रिमूर्ति गठबंधन के तीनों प्रमुखों के बीच सियासी टसल जारी है. ऐसे में सबसे ज्यादा चुनौती एकनाथ शिंदे के साथ उन्हें बीजेपी के साथ-साथ उद्धव ठाकरे से भी अपने नेताओं को बचाए रखने की है.

नो-फ्रिल्स, जीरो कर्ज, एक ही तरह के जहाज के साथ इंडिगो आज भी खड़ी है. लेकिन नए FDTL नियमों और बढ़ते खर्च से उसकी पुरानी ताकत पर सवाल उठ रहे हैं. एयर इंडिया को टाटा ने नया जीवन दिया है, लेकिन अभी लंबी दौड़ बाकी है. स्पाइसजेट लंगड़ाती चल रही है. अकासा नया दांव लगा रही है. इसलिए भारत का आसमान जितना चमकदार दिखता है, एयरलाइन कंपनियों के लिए उतना ही खतरनाक साबित होता है.










