
PAK और अफगानिस्तान सीमा पर क्रॉस बॉर्डर फायरिंग, खौफ में सैकड़ों परिवारों ने छोड़ा इलाका
AajTak
सीमा पार हिंसा एक बड़ा मुद्दा बन गया है, जिसमें पाकिस्तान और अफगानिस्तान दोनों एक-दूसरे पर आतंकवादी समूहों को पनाह देने का आरोप लगाते हैं, जो डूरंड लाइन के दोनों ओर सुरक्षा के लिए खतरा हैं.
पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनातनी बढ़ती दिख रही है. शुक्रवार की सुबह पाक-अफगान बॉर्डर पर तनाव बढ़ गया है क्योंकि दोनों देशों की सेनाओं के बीच बॉर्डर पार से गोलीबारी की खबरें सामने आईं. यह घटना पूर्वी अफगानिस्तान के कुनार प्रांत के सरकानो जिले में हुई.
TOLOnews की रिपोर्ट के मुताबिक, "स्थानीय सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने शुक्रवार को करीब 1:30 बजे सरकानो जिले के नवापास इलाके में रॉकेट हमले किए. कथित तौर पर रॉकेट्स ने आवासीय घरों को निशाना बनाया, जिसके बाद 10 जानवर मारे गए और सैकड़ों परिवारों को इलाके से भागने पर मजबूर होना पड़ा. अफगान सीमा बलों ने जवाबी गोलीबारी की, लेकिन पाकिस्तानी पक्ष के हताहतों के बारे में जानकारी स्पष्ट नहीं है."
इसके अलावा, कुनार के स्थानीय लोगों और सूत्रों से मिली जानकारी से पता चला है कि गुरुवार को बॉर्डर के पास बाजौर के सालारजई इलाके में हेलीकॉप्टर से गोलाबारी हुई. हालांकि, न तो पाकिस्तान और न ही अफगानिस्तान ने आधिकारिक तौर पर इन घटनाओं पर कोई टिप्पणी की है.
TTP की मौजूदगी को लेकर तनाव
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल होने के बाद इलाके में तनाव बढ़ गया है. वायरल वीडियो में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के उग्रवादियों को पाकिस्तानी अधिकारियों द्वारा चौकी पर अपना झंडा फहराते हुए दिखाया गया है. इस वीडियो ने इलाके में टीटीपी की गतिविधियों को लेकर चिंता बढ़ा दी है, जिसके लिए दोनों देश एक-दूसरे को दोषी ठहराते हैं.
सीमा पार हिंसा एक बड़ा मुद्दा बन गया है, जिसमें पाकिस्तान और अफगानिस्तान दोनों एक-दूसरे पर आतंकवादी समूहों को पनाह देने का आरोप लगाते हैं, जो डूरंड लाइन के दोनों ओर सुरक्षा के लिए खतरा हैं.

तुर्कमेनिस्तान में International Year of Peace and Trust Forum का आयोजन किया गया जिसमें कई देश के प्रमुख नेता शामिल हुए. इस मंच पर रूस के राष्ट्रपति पुतिन, तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ मौजूद थे. कार्यक्रम के दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने पुतिन का इंतजार किया, लेकिन पुतिन लगभग 40 मिनट इंतजार करने के बाद भी पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय वार्ता के लिए नहीं आए.

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक नया वीजा प्रोग्राम 'ट्रंप गोल्ड कार्ड' लॉन्च किया है, जिसकी कीमत एक मिलियन डॉलर है. इसके लिए आवेदन की प्रक्रिया को भी शुरू कर दिया है. ट्रंप का कहना है कि इस नए वीजा प्रोग्राम से अमेरिकी खजाने में अरबों डॉलर का इजाफा होगा. वहीं, ट्रंप ने प्रतिभाशाली भारतोय-चीनी छात्रों के वापस लौटने को शर्म की बात बताई. देखें यूएश टॉप-10.

अमेरिका में भारतीय-अमेरिकी समुदाय का आर्थिक योगदान बहुत बड़ा है जहां वो बड़े कंपनियों के CEO और यूनिकॉर्न स्टार्टअप्स के सह-संस्थापक हैं. हाल ही में H-1B वीजा नियमों में कड़े बदलावों ने भारतीय प्रोफेशनल्स को मुश्किल में डाल दिया है. मार्क मिशेल जैसे विश्लेषक भारतीय प्रवासियों के खिलाफ नफरत भरे बयान देते हैं, जबकि सच्चाई ये है कि भारतीय प्रवासी अमेरिकी अर्थव्यवस्था के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं.

कुछ महीनों पहले अमेरिकन्स कई अलग-अलग मुद्दों पर सोच-बता रहे थे, वेनेजुएला इस लिस्ट में नहीं था. फिर अचानक कुछ घटा. अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने कहा कि वेनेजुएला की नावों को उड़ा देना चाहिए. कुछ ही समय बाद खबर आई कि अमेरिकी फोर्स ने उसकी कई बोट्स को वाकई उड़ा दिया. डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने इसे नार्कोटेररिज्म कहा.

अमेरिका ने वेनेजुएला के तट के पास एक बड़े तेल टैंकर 'Skipper' को जब्त कर लिया है, जो कथित तौर पर ईरान जा रहा था. इसके बाद, अमेरिका ने वेनेजुएला की कई शिपिंग कंपनियों और जहाजों पर नए प्रतिबंध लगाए हैं. ट्रंप प्रशासन ने वेनेजुएला के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की तैयारी कर रखी है और कैरेबियाई सागर में अपनी सैन्य उपस्थिति बढ़ा रहा है.








