
NDA सरकार से सर्वे में 52% भारतीय संतुष्ट, जानें- सबसे बड़ी उपलब्धि और विफलता किसे बताया
AajTak
इंडिया टुडे ने सी-वोटर के साथ 'मूड ऑफ द नेशन' सर्वे किया है. इसमें लोगों से पूछा गया कि NDA सरकार की बड़ी उपलब्धियां क्या रहीं, इस पर 17 फीसदी लोगों ने कहा- राममंदिर, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर. हालांकि 27 फीसदी लोग बेरोजगारी को NDA सरकार की बड़ी विफलता मानते हैं.
लोकसभा चुनाव को एक साल से ज्यादा समय हो गया है. ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी के प्रदर्शन को लेकर लोग क्या सोच रहे हैं. सरकार के तौर पर एनडीए का प्रदर्शन कैसा है. अगर आज लोकसभा चुनाव हो जाएं, तो लोगों का मिजाज क्या रहेगा. इसे भांपने के लिए इंडिया टुडे ने सी-वोटर के साथ मिलकर 'मूड ऑफ द नेशन' सर्वे किया. सर्वे का सैंपल साइज 2 लाख 6 हजार 826 रखा गया. ये सर्वे 1 जुलाई 2025 से 14 अगस्त 2025 के बीच किया गया.
सर्वे में लोगों से पूछा गया कि प्रधानमंत्री के तौर पर नरेंद्र मोदी का प्रदर्शन कैसा रहा है? इस सवाल पर 34 फीसदी लोगों का कहना है बहुत अच्छा. जबकि 24 फीसदी लोगों का कहना है- अच्छा. 13 फीसदी लोगों का कहना है- खराब और 14 फीसदी लोग कहते हैं बहुत खराब.
सरकार के तौर पर एनडीए का प्रदर्शन कैसा रहा है? इस सवाल पर 52 फीसदी लोगों का कहना है संतुष्ट या बहुत संतुष्ट. जबकि 27 फीसदी लोगों का कहना है असंतुष्ट या बहुत असंतुष्ट.
NDA सरकार की बड़ी उपलब्धियां क्या रहीं? इस सवाल के जवाब में 17 फीसदी लोग राममंदिर, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को बड़ी उपलब्धि मान रहे हैं, जबकि 12 फीसदी लोग ऑपरेशन सिंदूर को, 10 फीसदी लोग बुनियादी ढांचे के विकास को एनडीए सरकार का बड़ा अचीवमेंट मानते हैं. 9 फीसदी लोग कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म करने, 7 फीसदी लोग कल्याणकारी योजनाओं को, जबकि 6 फीसदी लोग भ्रष्टाचार मुक्त सरकार को ही बड़ी उपलब्धि मानते हैं.
NDA सरकार की बड़ी विफलताएं क्या हैं? इस सवाल पर लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आईं. 27 फीसदी लोगों ने कहा बेरोजगारी. 21 फीसदी लोगों ने कहा- मूल्य वृद्धि या मुद्रास्फीति. 7 फीसदी लोग आर्थिक विकास, 6 फीसदी लोग सांप्रदायिक हिंसा और अल्पसंख्यकों में भय और 5 फीसदी लोग महिला सुरक्षा को बड़ी विफलता मानते हैं.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.

भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निर्धारित किया है. राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि व्यापार लक्ष्य समय से पहले पूरा किया जाएगा. कई क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, कनेक्टिविटी, मरीन प्रोडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा, और टेक्सटाइल में सहयोग को आगे बढ़ाया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.







