LIVE: PAK में आपातकाल लगाने की सिफारिश, जमानत के बाद भी इमरान पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार
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पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को कड़ी सुरक्षा के बीच इस्लामाबाद हाईकोर्ट में पेश किया गया है. हाईकोर्ट ने एक स्पेशल बेंच बनाई है जिसमें तीन जज है. इमरान की सुरक्षा को देखते हुए कोर्ट के बाहर बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है.
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई के अध्यक्ष इमरान खान अल-कादिर ट्रस्ट मामले के सिलसिले में कड़ी सुरक्षा के बीच इस्लामाबाद उच्च न्यायालय (आईएचसी) पहुंचे गए हैं जहां उनकी जमानत पर सुनवाई हुई. सुनवाई के दौरान इमरान ने फिर से अपनी गिरफ्तारी का अंदेशा जताया. इस बीच इमरान समर्थकों ने नारेबाजी की और पाक रेंजर्स के साथ उनकी धक्कामुक्की भी हुई. खबर अपडेट किए जाने तक सुनवाई रोक दी गई थी जिसे जुमे की नमाज के बाद फिर से शुरू किया जाएगा.
पढ़ें खबर से संबंधित Live Updates:
4:07 - शाम साढ़े चार बजे कैबिनेट की मीटिंग दोबारा बुलाई गई
4:02 - पीएम शाहबाज से इमरजेंसी लगाने की सिफारिश कैबिनेट ने की
4:01 - पाकिस्तान में इमरजेंसी की सिफारिश की गई
4:00 - कोर्ट नं.-2 के बाहर पाकिस्तानी रेंजर्स तैनात
नीट यूजी 2024 की परीक्षा के रिजल्ट को लेकर विवाद जारी है. इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने मामले में दायर याचिका पर सुनवाई के दौरान परिणामों के आधार पर होने वाली काउंसलिंग पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है. याचिकाकर्ता ने दलील दी कि पूरे मामले में पारदर्शिता नहीं बरती गई. इस पर कोर्ट ने कहा कि हम नेशनल टेस्टिंग एजेंसी से नोटिस जारी कर जवाब मांगते हैं और मामले की अगली सुनवाई जवाब आने के बाद 8 जुलाई को करेंगे.
नायडू पहली बार 1995 में मुख्यमंत्री बने और उसके बाद दो और कार्यकाल पूरे किए. मुख्यमंत्री के रूप में उनके पहले दो कार्यकाल संयुक्त आंध्र प्रदेश के नेतृत्व में थे, जो 1995 में शुरू हुए और 2004 में समाप्त हुए. तीसरा कार्यकाल राज्य के विभाजन के बाद आया. 2014 में नायडू विभाजित आंध्र प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री के रूप में उभरे और 2019 तक इस पद पर रहे. वे 2019 का चुनाव हार गए और 2024 तक विपक्ष के नेता बने रहे.
जम्मू-कश्मीर के रियासी में हुए आतंकी हमले में 10 लोगों की जान गई. इस हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ है. इन पाकिस्तानी आतंकवादियों की पहचान तक हो चुकी है. उनके नाम अब्बू, हमजा और फौजी. इनके चेहरे कैमरे पर कैद हुए हैं. ये वो सबूत हैं, जो चीख-चीखकर कह रहे हैं कि रियासी के हमले में पाकिस्तान का ही हाथ था.