Live: 'भारत वैश्विक चुनौतियों का सामना करने वाला देश है', म्यूनिख में बोले पीएम मोदी
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PM Modi in Germany: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26-27 जून को होने वाले G7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए जर्मनी पहुंच गए हैं. सम्मेलन के बाद भारत लौटने के दौरान पीएम मोदी यूएई की यात्रा भी करेंगे. यहां वो यूएई के पूर्व राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान के निधन पर शोक व्यक्त करेंगे.
PM Modi in Germany: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-7 की बैठक में शामिल होने के लिए रविवार को जर्मनी पहुंच गए. यहां भारतीयों ने उनका जोरदार स्वागत किया. यह मोदी की दो महीने में दूसरी यात्रा है. इससे पहले वह 2 मई को जर्मनी गए थे. पीएम शाम को म्यूनिख में प्रवासी भारतीयों के कार्यक्रम में पहुंचे.
उन्होंने आपातकाल का जिक्र करते हुए अपने संबोधन की शुरुआत की. जो डेमोक्रेसी हमारा गौरव है, जो डेमोक्रेसी हर भारतीय के डीएनए में है. उसे 47 साल पहले आज ही के दिन आपातकाल लगाकर डेमोक्रेसी को बंधक बनाने, डेमोक्रेसी को कुचलने का प्रयास किया गया था.
इससे पहले उन्होंने कहा कि मैं आप सभी में भारत की संस्कृति, एकता और बंधुत्व के भाव का दर्शन कर रहा हूं. आपका यह स्नेह मैं कभी भूल नहीं पाऊंगा. आपके इस प्यार, उत्साह और उमंग से जो लोग हिंदुस्तान में देख रहे हैं उनका सीना भी गर्व से भर गया होगा.
काले धब्बे की तरह है आपातकाल
पीएम मोदी ने कहा कि आपातकाल के कालखंड भारत के वाइब्रेंट डेमोक्रेटिक इतिहास में एक काले धब्बे की तरह है, लेकिन इस काले धब्बे पर सदियों से चली आ रही लोकतांत्रिक परंपराओं की श्रेष्ठता भी पूरी शक्ति के साथ विजयी हुई, लोकतांत्रिक परंपराएं इन हरकतों पर भारी पड़ी.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि आज इटली के अपुलिया में G7 शिखर सम्मेलन से इतर पीएम मोदी और इमैनुएल मैक्रों ने द्विपक्षीय बैठक की. दोनों नेताओं ने भारत-फ्रांस के द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की, जिसमें डिफेंस, न्यूक्लियर, स्पेस, एजुकेशन, क्लाइमेट एक्शन, डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर, कनेक्टिविटी और कल्चरल इनीशिएटिव जैसे नेशनल म्यूजियम पार्टनरशिप और लोगों के बीच संबंधों में को बढ़ाने में सहयोग पर चर्चा की.
इटली में G7 देशों की बैठक में हिस्सा लेने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आमंत्रित हैं. दुनिया के सात सबसे समृद्ध देशों के इस संगठन का भारत वैसे हिस्सा नहीं, लेकिन वो लगातार मेहमान की तरह बुलाया जाता रहा. जानिए, हम क्यों नहीं बन रहे जी7 का सदस्य, और क्या वजह है, जो बाहरी होने के बाद भी हमें लगातार इनविटेशन मिलता रहा.
क्यों परेशान हैं ब्रिटेन में बसे 10 लाख हिंदू, आम चुनावों से ऐन पहले निकाला 7 मांगों वाला मेनिफेस्टो
ब्रिटेन में जुलाई के पहले हफ्ते में आम चुनाव होने जा रहे हैं. इससे पहले वहां के हिंदुओं ने एक मेनिफेस्टो जारी किया, जिसमें सरकार से लंबी-चौड़ी मांगें हैं. ये पहली बार है जब हिंदुओं ने भावी ब्रिटिश सरकार से सीधी डिमांड रखी. घोषणापत्र का मसौदा हिंदू फॉर डेमोक्रेसी ने बनाया, लेकिन इसका विरोध भी शुरू हो चुका है.
कुवैत के मीडिया के मुताबिक आग रसोई में लगी थी, अधिकांश मौतें धुएं के कारण हुईं. ये हादसा बुधवार की सुबह 4.30 बजे अल-अहमदी गवर्नरेट के अधिकारियों हादसे की सूचना दी गई थी. इसका मतलब ये आग अलसुबह लगी थी, जिस वक्त लोग नींद के आगेश में थे. कुवैत के मीडिया के अनुसार निर्माण कंपनी NBTC ग्रुप ने 195 से ज्यादा श्रमिकों के रहने के लिए बिल्डिंग किराए पर ली थी, जिनमें से अधिकांश केरल, तमिलनाडु और उत्तरी राज्यों के भारतीय रह रहे थे.
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