
LIC को एक महीने में डबल झटका, हिंडनबर्ग की चोट से अडानी ग्रुप पस्त!
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अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में निवेश LIC को भारी पड़ रहा है. अडानी के शेयरों में जारी गिरावट के चलते बीमा कंपनी के शेयर लगातार टूट रहे हैं. LIC ने गौतम अडानी की कंपनियों में भारी-भरकम निवेश (LIC Investment In Adani Shares) किया हुआ है
पिछले महीने आई अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद से अडानी ग्रुप के शेयरों में गिरावट का सिलसिला थम नहीं रहा. मुश्किलों से घिरे अडानी ग्रुप के साथ सरकारी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के लिए भी दिक्कतें बढ़ी हैं. हिंडनबर्ग और अडानी विवाद के बीच LIC को नुकसान तो हुआ ही है. साथ ही उसके शेयरों में भी गिरावट आई है. शुक्रवार को LIC का शेयर बीएसई पर एक फीसदी से अधिक गिरकर 584.70 रुपये पर क्लोज हुआ. वहीं, एक फरवरी को ये स्टॉक अपने ऑल टाइम लो लेवल 582.45 रुपये के लेवल तक पहुंच गया था.
17 फीसदी टूटे LIC के शेयर
अडानी ग्रुप को लेकर आई हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद से LIC के शेयर 17 फीसदी टूटे हैं. वहीं, इस बीमा कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन महीने भर में 75 हजार करोड़ रुपये घटा है. 24 जनवरी को LIC का मार्केट कैप 4,44,141 करोड़ रुपये था. शुक्रवार को ये घटकर 3,69,790 रुपये पर आ गया. हालांकि, अडानी ग्रुप के इंटरनल सोर्स ने इस बात पर जोर दिया है कि जनवरी में LIC ने कुछ मुनाफा हासिल किया है. हालांकि, बीमा कंपनी की ओर से मुनाफा या नुकसान पर अभी तक किसी भी तरह का बयान नहीं आया है.
इन कंपनियों में निवेश
LIC ने अडानी ग्रुप के लगभग सभी लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में इन्वेस्टमेंट किया हुआ है. इनमें Adani Enterprises, Adani Green Energy, Adani Ports, dani Total Gas, Adani Transmission, Ambuja Cements and ACC शामिल हैं. बीएसई को दिए गए आंकड़े में LIC ने बताया था कि उसका सबसे अधिक निवेश अडानी पोर्ट में है. इस कंपनी में उसकी हिस्सेदारी 9.1 फीसदी है. वहीं, छह कंपनियों में 1.25 फीसदी से 6.5 फीसदी तक की हिस्सेदारी है.
बिजनेस टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, एलआईसी ने गौतम अडानी की कंपनियों में भारी-भरकम निवेश (LIC Investment In Adani Shares) किया हुआ है. 31 दिसंबर 2022 को बीमा दिग्गज का निवेश मूल्य 82,970 करोड़ रुपये था, जो 23 फरवरी 2023 को तक कम होकर 33,242 करोड़ रुपये रह गया. बीते एक महीने में हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पब्लिश होने के बाद घाटा तेजी से बढ़ा है.













