Lakhimpur Kheri Violence: आखिरकार किसानों को मनाने में राकेश टिकैत ही आए योगी सरकार के काम
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Lakhimpur Kheri Violence: लखीमपुर में मृतक किसानों के परिवार पोस्टमार्टम को भी तैयार नहीं थे. लेकिन राकेश टिकैत ने पुलिस प्रशासन और किसान संगठनों के बीच समझौता कराया.
Lakhimpur Kheri Violence: लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में जिस तरह किसानों का आंदोलन हिंसक हुआ और 4 किसानों की मौत के बाद किसानों की नाराजगी अपने चरम पर पंहुची उससे सरकार के हाथ पांव फूल गए. रातोरात जिस तरीके से प्रियंका गांधी और दूसरे नेताओं ने लखीमपुर पहुंचने की ठानी प्रदेश सरकार के लिए हालात को संभालना और भी भारी हो रहा था. ऐसे में राकेश टिकैत ही योगी सरकार के काम आए हैं. #WATCH मृतकों के परिवार को 45 लाख रुपये का मुआवजा सरकार के द्वारा दिया जाएगा। घायलों को 10 लाख रुपये का अनुदान शासन द्वारा दिया जाएगा। मृतकों के घर के एक सदस्य को योग्यता के आधार पर नौकरी दी जाएगी: लखीमपुर खीरी में हुई घटना पर प्रशांत कुमार, ADG (क़ानून-व्यवस्था), उत्तर प्रदेश pic.twitter.com/gZSBFfcDxW
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.