Lakhimpur Case: ब्राह्मण वोटों की राजनीति की वजह से बची अजय मिश्रा टेनी की कुर्सी?
AajTak
लखीमपुर केस में गैर इरादतन हत्या के बदले अब जांच टीम इसे सुनियोजित साजिश करके मारने का मामला बताती है. फैसला अदालत करेगी क्योंकि अभी ये आरोप ही हैं. कोई आरोप साबित नहीं हुआ है. घूम फिरकर बात फिर यही आ गई कि क्या तब तक मंत्री पद पर अजय मिश्रा बने रहेंगे? चुनावी राज्य में अजय मिश्रा की मंत्री पद वाली कुर्सी पर कोई संकट क्यों नहीं आता? उत्तर प्रदेश के 2017 के नतीजे बताते हैं कि 77 सीट ऐसी थी जहां 10 हजार वोट के अंतर से जीता प्रत्याशी विधायक बना. 10 हजार के मार्जिन से जीत हार तय होने वाली 77 सीट में 36 सीट बीजेपी ने जीती थी. उत्तर प्रदेश में करीब 2 करोड़ ब्राह्मण मतदाता हैं. इस हिसाब से अगर इन्हें 403 विधानसभा में बांट दें तो लगभग 50 हजार ब्राह्मण वोटर प्रति असेंबली सीट. ऐसे में जिन्हें ब्राह्मण वोट के लिए मंत्री बनाया गया, उन अजय मिश्रा पर कार्रवाई होती दिखेगी तो संभव है कि ब्राह्मण वोटों की नाराजगी का असर 77 सीट पर पड़ता.