
IAS अफ़सर रहे VK Pandian में अपना उत्तराधिकारी क्यों देखते हैं नवीन पटनायक?
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ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक के राइट हैंड कहे जाने वाले पूर्व अफ़सर वीके पांडियन ने आज ऑफिशियली उनकी पार्टी ज्वाइन कर ली. उनके आने से पार्टी के डायनामिक्स किस तरह बदल सकते है, सिलक्यारा टनल में चल रहे रेस्क्यू मिशन में क्यों हो रही है इतनी देरी, आईपीएल के अगले सीजन के लिए कल प्लेयर्स की रिलीज़ और रिटेन्ड लिस्ट आ गई है. हार्दिक पंड्या के ट्रांसफर से मुंबई और गुजरात की टीमों पर क्या असर होगा और क्या होता है फेमिसाइड, सुनिए 'दिन भर' में नितिन ठाकुर से.
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के पूर्व निजी सचिव वी के पांडियन ने आज बीजू जनता दल यानि BJD जॉइन कर लिया है. एक महीने पहले की बात है - 2000 बैच के IAS अधिकारी रहे पांडियन ने अपने पद से VRS ले लिया था. और रिटायरमेंट अनाउन्स करते ही सीएम पटनायक ने उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा देते हुए '5T इनिशिएटिव' का चेयरमैन बना दिया.
12 साल पहले पांडियन मुख्यमंत्री कार्यालय में शामिल हुए थे और तब से नवीन पटनायक के प्राइवेट सेक्रेटरी बने रहे. इस दौरान उन्होंने पटनायक सरकार के कई अहम फैसलों में खास भूमिका निभाई है. और यही कारण है कि ओडिशा के सियासी गलियारों में उन्हें सीएम नवीन पटनायक का दाहिना हाथ कहा जाने लगा, सुनिए 'दिन भर' में.
उत्तरकाशी: उम्मीद पर रेस्क्यू टिका है!
इस बार की दिवाली जिन 41 लोगों पर आफत का अंधेरा लेकर आई, वो अब तक दिन का उजाला नहीं देख पाए हैं. आप समझ ही गए होंगे... उत्तराखंड में उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल में फंसे मजदूरों की बात हो रही है. आज उन्हें उस टनल में दिन गुजारते 15 दिन हो गए हैं. हर रोज हम रेस्क्यू ऑपरेशन के किसी नए तरीके के बारे में जरूर सुनते हैं लेकिन इसके कुछ ही घंटों में फेल होने की खबर भी आ जाती है. 4-5 दिन पहले हमने बात की थी कि किस तरह ऑगर मशीन के जरिए ड्रिलिंग कर के मजदूरों का निकालने का प्लान बना है. प्लान पर काम भी शुरू हो गया लेकिन फिर पता चला कि वो मशीन भी ड्रिलिंग के दौरान फंस गई और ऑपरेशन रोक देना पड़ा. कल से लेकर आजतक इस मशीन का मलबा निकाला गया और अब प्रशासन मैन्युअल ड्रिलिंग के सहारे आगे बढ़ रहा है. इस तरह की ड्रिलिंग के लिए रैट माइनर्स जो मैन्युअल ड्रिलिंग के एक्सपर्ट माने जाते हैं उन्हें बुलाया गया है. किस तरह से होगी ये ड्रिलिंग इस पर हम आएंगे लेकिन अब तक क्या हुआ है इस ऑपरेशन के दौरान और मजदूरों तक पहुँचने से हम कितना दूर हैं, सुनिए 'दिन भर' में.
गुजरात से 'हार्दिक' विदाई कैसे होगी भरपाई?
भारत में क्रिकेट को खेल नहीं, बारहमासा मिलने वाले फल की तरह देखा जाना चाहिए. अभी कुछ दिन पहले ही अहमदाबाद में आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप का फाइनल मैच हुआ था. इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने इंडिया को 6 विकेट से हराकर खिताब अपने नाम किया. वर्ल्ड कप निपटते ही ऑस्ट्रेलिया के साथ 5 मैचों की टी-20 सीरीज शुरू हो गई, जिसमें इंडिया शुरूआती 2 मैच जीत भी चुका है. लेकिन चर्चा का बाज़ार गर्म है आईपीएल यानी इंडियन प्रीमियर लीग को लेकर. क्योंकि बड़ा उलटफेर हुआ है वहां. हार्दिक पंड्या गुजरात टाइटन्स को छोड़कर मुंबई इंडियंस का दामन थाम लिया है. दरअसल, लीग के अगले सीजन के लिए सभी 10 टीमों ने अपने रिलीज और रिटेन खिलाड़ियों की फाइनल लिस्ट जारी कर दी है. सभी 10 टीमों को मिलाकर कुल 89 खिलाड़ियों को रिलीज किया गया है, जो बाद में ऑक्शन की प्रक्रिया में शामिल होंगे, सुनिए 'दिन भर' में.

इंडिगो की फ्लाइट्स लगातार कैंसिल हो रही हैं और सरकार इसकी सख्ती से जांच कर रही है. यात्रियों की समस्या बढ़ने पर सरकार ने इंडिगो के अधिकारियों को तलब किया है और एयरफेयर पर प्राइस कैपिंग लगाई गई है. 500 किलोमीटर तक किराया साढ़े 7 हजार रुपए जबकि लंबी दूरी के लिए अधिकतम अठारह हजार रुपए निर्धारित किए गए हैं. यात्रियों को रिफंड न मिल पाने की शिकायतें भी बढ़ रही हैं. देखें विशेष.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के बड़े ऑपरेशनल संकट के बीच सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि इस मामले में ऐसी कड़ी कार्रवाई होगी जो पूरे एविएशन सेक्टर के लिए मिसाल बनेगी. नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने इंडिगो पर जवाबदेही तय करने की बात कही और पूछा कि 3 दिसंबर से ही इतनी भारी अव्यवस्था क्यों शुरू हुई.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम में कहा कि भारत आज वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच स्थिरता और भरोसे का स्तंभ बनकर उभरा है. उन्होंने बताया कि देश की GDP वृद्धि 8 प्रतिशत से अधिक रही है, जबकि सुधार अब दीर्घकालिक लक्ष्यों के अनुरूप किए जा रहे हैं. PM मोदी ने गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलने, पूर्वी भारत और छोटे शहरों में क्षमता बढ़ाने, ऊर्जा और मोबाइल निर्माण जैसे क्षेत्रों में तेजी से हुई प्रगति पर भी जोर दिया.

नवंबर में गाजियाबाद देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा, जबकि दिल्ली चौथे स्थान पर रही. उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कई शहरों ने भी उच्च PM2.5 स्तर दर्ज किए. पराली जलाने का प्रभाव कम होने के बावजूद प्रदूषण अधिक रहा. शिलांग सबसे स्वच्छ शहर रहा. रिपोर्ट ने वर्षभर के प्रदूषण के मुख्य स्रोत परिवहन, उद्योग और ऊर्जा संयंत्र बताए हैं.









