
G20 Summit: पीएम मोदी की आज आठ देशों के नेताओं के साथ हो सकती है द्विपक्षीय बैठक, अहम मुद्दों पर चर्चा की उम्मीद
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पीएम नरेंद्र मोदी मंगलवार को इंडोनेशिया के बाली में आयोजित जी20 समिट में शामिल होने पहुंच गए. उन्होंने पहले दिन अमेरिका, फ्रांस और चीन के राष्ट्रपति के अलावा ब्रिटेन के पीएम ने मुलाकात की. वहीं ऐसा माना जा रहा है कि पीएम मोदी बुधवार को भी कई देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ता कर सकते हैं.
इंडोनेशिया के बाली में जी20 इवेंट के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी बुधवार को 16 में से कम से कम 8 देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे. पीएम नरेंद्र मोदी इंडोनेशिया, स्पेन, फ्रांस, सिंगापुर, जर्मनी, इटली, ऑस्ट्रेलिया और लंदन के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक कर सकते हैं. माना जा रहा है कि बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हो सकती है.
इससे एक दिन पहले पीएम मोदी ने जी-20 समिट में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और ब्रिटेन के नए पीएम ऋषि सुनक से मुलाकात की. इसके अलावा पीएम मोदी ने नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रुटे, अफ्रीकी संघ के अध्यक्ष मैकी सैल, विश्व बैंक के अध्यक्ष डेविड माल्पस, WHO के प्रमुख टैड्रॉस, IMF की एमडी क्रिस्टालिना जॉर्जीवा और डेप्यूटी एमडी गीता गोपीनाथ से भी मुलाकात की.
The interactions with world leaders at the Bali @g20org Summit continue. pic.twitter.com/mGnb6f4jd3
यूक्रेन संकट रोकने पर पीएम का जोर
पीएम मोदी ने एक दिन पहले खाद्य एवं ऊर्जा सुरक्षा पर आयोजित सत्र को संबोधित भी किया था. यहां उन्होंने एक बार फिर रूस और यूक्रेन युद्ध का जिक्र किया. वह बोले- मैं बार बार कह रहा हूं कि हमें यूक्रेन में युद्ध रोकने के लिए कूटनीति के रास्ते पर लौटने का समाधान खोजना होगा.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की खास बातचीत में आतंकवाद विषय पर महत्वपूर्ण विचार साझा किए गए. इस बातचीत में पुतिन ने साफ कहा कि आतंकवादियों का समर्थन नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि यदि आजादी के लिए लड़ना है तो वह कानून के दायरे में होना चाहिए. पुतिन ने ये भी बताया कि आतंकवाद से लड़ाई में रूस भारत के साथ मजबूती से खड़ा है.

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.







