
Exclusive: बिग बॉस के वक्त से पीछे पड़े हैं एल्विश यादव, पीड़ित सागर ठाकुर का खुलासा
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आजतक से बातचीत में सागर ठाकुर ने बताया कि पिछले सालभर से एल्विश यादव के फैंस उनके पीछे पड़े हुए हैं. उन्होंने कहा, 'एल्विश यादव की सोच का पर्दाफाश करने के बाद से उसके फैंस मेरे पीछे पड़े हुए हैं. वो मुझे ट्रोल कर रहे हैं. ये पहली बार है जब मुझपर सामने से शारीरिक हमला हुआ है.'
यूट्यूबर और बिग बॉस ओटीटी सीजन 2 के विजेता एल्विश यादव विवादों के घेरों में हैं. यूट्यूबर सागर ठाकुर के साथ मारपीट करने को लेकर उनपर गुरुग्राम पुलिस में मामला दर्ज हुआ है. शुक्रवार को एल्विश का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें उन्हें किसी शख्स के साथ स्टोर में मारपीट करते देखा गया था. एल्विश के साथ कई लोग भी थे. बाद में पता चला कि वो यूट्यूबर सागर ठाकुर उर्फ मैक्सटर्न हैं जिनसे एल्विश ने लड़ाई की है. अब पीड़ित सागर ठाकुर ने आजतक से मामले को लेकर एक्सक्लूसिव बातचीत की है.
सागर ठाकुर ने एल्विश यादव के खिलाफ गुरुग्राम के सेक्टर 53 थाने में आईपीसी की धारा 147, 149, 323, 506 के तहत एफआईआर दर्ज करवाई थी. दिल्ली के मुकंदपुर इलाके के रहने वाले सागर ठाकुर ने अपनी एफआईआर में कहा था कि एल्विश यादव ने उनके साथ मारपीट की और उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी है. अपने साथ हुई मारपीट का ब्योरा सागर ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए भी दिया. उन्होंने ये भी कहा कि अगर उन्हें कुछ होता है तो इसके जिम्मेदार एल्विश यादव होंगे.
बिग बॉस के टाइम से पीछे पड़े हैं एल्विश
आजतक से बातचीत में सागर ठाकुर ने बताया कि पिछले सालभर से एल्विश यादव के फैंस उनके पीछे पड़े हुए हैं. उन्होंने कहा, 'एल्विश यादव की सोच का पर्दाफाश करने के बाद से उसके फैंस मेरे पीछे पड़े हुए हैं. वो मुझे ट्रोल कर रहे हैं. ये पहली बार है जब मुझपर सामने से शारीरिक हमला हुआ है. लेकिन मुझे कई बार ऑनलाइन धमकाया जा चुका है.'
सागर ठाकुर का कहना है कि उनके और एल्विश के बीच बातें तब बिगड़ी थीं जब यूट्यूबर बिग बॉस ओटीटी का हिस्सा थे. सागर ने कहा, 'ये दुश्मनी बिग बॉस के टाइम से चल रही है, जब मैंने अभिषेक मल्हान को सपोर्ट करना शुरू किया था. ये बात एल्विश यादव और उनके फैंस को अच्छी नहीं लगी थी. एल्विश यादव के चैलेंज के बाद मेरा मकसद उनसे मिलना था और लोगों को ये दिखाना था कि वो और उनके फॉलोअर्स कितने गलत हैं.'
सागर का कहना है कि इस पूरे वाकये को उन्होंने रिकॉर्ड किया, क्योंकि एल्विश यादव और उनके साथी भी इसे रिकॉर्ड कर रहे थे. अगर वो इस वाकये को एडिट कर देते हैं तो हमारे पास सबूत होगा. हरियाणा पुलिस इस पूरे मामले को प्राइवेट रखना चाहती थी. जब मैं FIR दर्ज करवाने गया तो उन्होंने मुझसे भी यही दरख्वास्त की थी. तभी मैंने फैसला किया कि मैं पब्लिक को इस बारे में बताऊंगा. मेरा मेडिकल टेस्ट ठीक से नहीं किया गया. ऐसा लगता है कि वो लोग एल्विश यादव को बचा रहे हैं.

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