Delhi में प्रदूषण का संकट बरकरार, कोहरे में नहीं दिख रहे इंडिया गेट-राष्ट्रपति भवन
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राजधानी का हर साल दोहराया जाने वाला प्रदूषण का संकट एक बार फिर सिर उठाए खड़ा है. दिवाली की रात हुई आतिशबाजी के बाद अगली सुबह हालात बेहद ही गंभीर दिखे. अब दो दिन बाद हालात तेजी से सुधरे तो हैं, लेकिन प्रदूषण का स्तर अभी भी खतरनाक जोन में बना हुआ है. पूरा दिल्ली एनसीआर इस संकट से जूझ रहा है. राजधानी की आबोहवा में जहर घुला है. दिल्ली फिर से परेशान हो उठी है जिन हवाओं से जिंदगी का पारा मीटर तय होता है, वो बेहद खतरनाक हो चुकी हैं. एक तो आतिशबाजी ने संकट को बेहिसाब कर दिया, दूसरा पड़ोसी राज्यों में जलाई जा रही पराली से उस संकट में इजाफा हो गया. अब ना तो इंडिया गेट साफ-साफ दिख रहा है ना ही राष्ट्रपति भवन. देखें ये रिपोर्ट.
जर्मनी से 35 दिन बाद वापस लौटने पर जेडीएस के निष्कासित सांसद रेवन्ना को बेंगलुरु एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया था. कर्नाटक पुलिस की एसआईटी ने कोर्ट से रेवन्ना की 14 दिनों की कस्टडी की मांग की थी. दोनों पक्षों की तरफ से अपनी-अपनी दलीलें दी गईं. लंबी-चौड़ी दलीलों को सुनने के बाद कोर्ट ने रेवन्ना को 6 जून तक SIT हिरासत में भेज दिया है.
असम में चक्रवात रेमल के बाद लगातार बारिश के कारण 9 जिलों में बाढ़ की स्थिति से दो लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. 28 मई से राज्य में बाढ़, बारिश और तूफान में कुल मिलाकर छह लोगों की मौत हो गई है. वहीं मणिपुर का राजभवन भी बाढ़ के पानी से लबालब हो चुका है. अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि चक्रवात रेमल के बाद पिछले कुछ दिनों में हुई मूसलाधार बारिश के कारण मणिपुर के राजभवन में जलभराव हो गया है.
बार और रेस्टोरेंट्स की ओर से पेश वकील वीना थडानी ने तत्काल सुनवाई के लिए याचिकाओं का उल्लेख किया और कहा कि पुणे में हुई घटना के बाद से कुछ दस्तावेज प्रस्तुत न करने जैसे मामूली मुद्दों पर बार और रेस्टोरेंट्स के लाइसेंस निलंबित किए जा रहे हैं. थडानी ने कहा कि इन प्रतिष्ठानों को बलि का बकरा बनाया जा रहा है.
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