
Deadly Weapons of LCH: स्वदेशी LCH को मारक बनाएंगे ये विदेशी हथियार... सर्जिकल स्ट्राइक जैसे मिशन के लिए बेजोड़
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Light Combat Helicopters: लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर यानी एलसीएच पर ऐसे कौन से हथियार हैं, जो इसे बेहद घातक बनाते हैं. इन हथियारों की बदौलत एंटी-इन्फ्रैंट्री, एंटी-आर्मर, समेत सर्जिकल स्ट्राइक जैसे हमले कर सकते है. आइए जानते हैं कि इस तरह के मिशनों को पूरा करने के लिए इस पर किस तरह के हथियार लगे हैं?
लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर (Light Combat Helicopter) को भारतीय वायुसेना जोधपुर एयरबेस पर तैनात कर 3 अक्टूबर 2022 को सुबह 11 बजे तैनात कर दिया. भारतीय वायुसेना ने ट्वीट करके यह जानकारी साझा की है. इस हेलिकॉप्टर की मदद से कई तरह के सैन्य ऑपरेशंस और मिशन को अंजाम दिया जा सकता है. इस पर ऐसे कौन से हथियार तैनात होते हैं, या हो सकते हैं जो इसे दुनिया के सर्वश्रेष्ठ घातक हेलिकॉप्टरों में शामिल करते हैं.
लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर का मुख्य काम है कॉम्बैट सर्च एंड रेस्क्यू यानी युद्ध के समय अपने सैनिकों को खोजकर उन्हें बचाना. दुश्मन के एयर डिफेंस सिस्टम को नष्ट करना. यानी डिस्ट्रक्शन ऑफ एनेमी एयर डिफेंस. घुसपैठ रोकना. ड्रोन, अनमैन्ड एरियल व्हीकल आदि को मार कर गिराना. अधिक ऊंचाई पर मौजूद दुश्मन के बंकरों को ध्वस्त करना. लेकिन इसके लिए किस तरह के हथियारों का उपयोग इस पर किया जा रहा है.
लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर की कॉकपिट के नीचे लगी है M621 Cannon. यह 20 मिलिमीटर की ऑटोमैटिक कैनन है. जिसे फ्रांसीसी कंपनी नेक्स्टर (Nexter) ने बनाया है. इस कैनन का जवन 45.5 किलोग्राम होता है. इसकी कुल लंबाई 86.9 इंच होती है. जबकि बैरल यानी नली की लंबाई 57 इंच होती है. इसे बंदूक नहीं कहेंगे. असल में यह एक तोप है. जो हर मिनट 800 गोलियां फायर करती है. गोलियां 1005 मीटर प्रति सेकेंड की गति से दुश्मन की ओर बढ़ती हैं. यानी एक सेकेंड में एक किलोमीटर.
इसके अलावा लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर पर चार हार्ड प्वाइंट्स हैं. हार्ड प्वाइंट्स का मतलब होता है जहां पर हथियार लगाए जाते हैं. जानते हैं इनके बारे में...
लेज़र गाइडेड रॉकेट, जो तबाही मचा दे
लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर के विंग्स के नीचे FZ275 LGR यानी लेज़र गाइडेड रॉकेट लगा सकते हैं. इसे फ्रांस की थेल्स (Thales) कंपनी ने बनयाा है. यह कम कीमत का गाइडेड रॉकेट हैं. एक रॉकेट 12.5 किलोग्राम का होता है. लंबाई 1.8 मीटर होती है. व्यास 2.75 इंच होता है. इसकी रेंज 1.5 से 8 किलोमीटर तक होती है. यानी यह हवाई हमला भी कर सकता है या फिर किसी युद्धपोत, सतह, विमान या जमीन पर दागा जा सकता है. इसके दो वैरिएंट्स हैं जो बख्तरबंद और टैंक को भी उड़ा सकते हैं.

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