
aajtak.in के 'e-चुनाव' में हिस्सा लें, अपनी लोकसभा सीट चुनें और पसंदीदा पार्टी को वोट करें
AajTak
aajtak.in अपनी खास पहल, ऑनलाइन-एक्सक्लूसिव सर्वेक्षण के साथ 2024 के चुनाव में सर्वे के लिए पूरी तरह तैयार है. इस बीच ऑनलाइन माध्यम से मतदाताओं के मूड का पता लगाया जाएगा. यहां जानकारी दी गई है कि आप इस e-चुनाव में कैसे भाग ले सकते हैं. आइए जानते हैं.
देश 2024 के आम चुनाव के लिए मतदान करने की तैयारियों में जुटा है. इस बीच aajtak.in एक बार फिर अपनी खास पहल के तहत 'e-चुनाव' करा रहा है. इससे देश के मूड का पता लगाया जाएगा और यह खासतौर पर ऑनलाइन आधारित सर्वेक्षण होगा.
543 लोकसभा सीटों पर चुनाव के लिए 19 अप्रैल से वोटिंग शुरू हो रही है. डेढ़ महीने की अवधि में चुनाव सात चरणों में होंगे. आखिरी चरण का मतदान 1 जून को होगा और 4 जून को चुनाव के नतीजे आएंगे.
अपना वोट डालने के लिए यहां क्लिक करें
आपको बता दें कि पहला 'e-चुनाव' 2014 के लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले आयोजित किया गया था. नवंबर 2013 में आयोजित e-चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को 330+ सीटें मिलने की भविष्यवाणी की गई थी. इस चुनाव में एनडीए 341 सीटों पर जीत के साथ केंद्र की सत्ता में आई थी.
2019 के आम चुनाव में भी आजतक ने अनुभवी सर्वेक्षण करने वाली कंपनियों को चुनौती दी. सर्वे में एनडीए को 326 सीटें और कांग्रेस को 112 सीटें मिलने की भविष्यवाणी की गई. इसके लिए ढाई लाख से ज्यादा ओटीपी-वेरिफाइड वोट (वन नंबर, वन वोट) इकट्ठा किए गए.
खास बात ये है कि तब चुनावी परिणाम भी इसी भविष्यवाणी के आसपास आए. एनडीए को 2019 के चुनाव में 353 सीटें मिलीं, जबकि विपक्षी गठबंधन 91 सीटें ही जीत सकी. aajtak.in का e-चुनाव कई एग्जिट पोल करने वाली संस्थाओं से भी बेहतर था.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.

देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने शुक्रवार को अपने एक साल का सफर तय कर लिया है. संयोग से इस समय महाराष्ट्र में स्थानीय निकायों के चुनाव चल रहे हैं, जिसे लेकर त्रिमूर्ति गठबंधन के तीनों प्रमुखों के बीच सियासी टसल जारी है. ऐसे में सबसे ज्यादा चुनौती एकनाथ शिंदे के साथ उन्हें बीजेपी के साथ-साथ उद्धव ठाकरे से भी अपने नेताओं को बचाए रखने की है.

नो-फ्रिल्स, जीरो कर्ज, एक ही तरह के जहाज के साथ इंडिगो आज भी खड़ी है. लेकिन नए FDTL नियमों और बढ़ते खर्च से उसकी पुरानी ताकत पर सवाल उठ रहे हैं. एयर इंडिया को टाटा ने नया जीवन दिया है, लेकिन अभी लंबी दौड़ बाकी है. स्पाइसजेट लंगड़ाती चल रही है. अकासा नया दांव लगा रही है. इसलिए भारत का आसमान जितना चमकदार दिखता है, एयरलाइन कंपनियों के लिए उतना ही खतरनाक साबित होता है.










