
9 साल पहले बिहार के ‘लंबू’ को 6 करोड़ में दी गई थी मुख्तार की सुपारी, बम से उड़ाने का था प्लान, लेकिन…
AajTak
बाहुबली मुख्तार अंसारी को साल 2015 में जेल से पेशी पर ले जाने के दौरान जान से मारने की साजिश रची गई थी. इस काम के लिए बिहार के एक गुंडे लंबू शर्मा को 6 करोड़ रुपये की सुपारी दी गई थी. आरा जेल से पेशी पर कोर्ट लाए जाने के दौरान बम धमाका कर लंबू फरार भी हो गया था. मगर, फिर भी प्लान अंजाम तक नहीं पहुंच सका.
पूर्व विधायक और माफिया डॉन मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) अब इस दुनिया में नहीं रहा. गुरुवार को यूपी की बांदा जेल में बंद मुख्तार की तबीयत बिगड़ जाने के बाद उसे बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान हार्ट अटैक से उसकी मौत हो गई. मुख्तार साल 2005 से यानी पिछले 19 साल से जेल में बंद था. मगर, क्या आपको पता है कि इस बाहुबली की हत्या की प्लानिंग भी हुई थी.
जी हां, बाहुबली मुख्तार अंसारी को साल 2015 में जेल से पेशी पर ले जाने के दौरान जान से मारने की साजिश रची गई थी. वो भी ऐसे-वैसे नहीं बल्कि बम से उड़ाकर और इस काम के लिए बिहार के एक गुंडे से संपर्क किया गया. इसका नाम था लंबू शर्मा, जिसको 6 करोड़ रुपये की सुपारी दी गई. बम बनाने में माहिर लंबू को 50 लाख रुपये एडवांस मिलने थे और वह इसी काम को अंजाम देने के लिए बिहार की जेल से भाग निकला था. इसके बाद पेशी के दौरान मुख्तार अंसारी को बम से उड़ाने का प्लान था.
यह भी पढ़ें- मुख्तार की मौत के बाद गाजीपुर में 'शटर डाउन', देर रात पहुंचेगा शव... शनिवार को होगा सुपुर्द-ए-खाक
फरारी के लिए किया था मानव बम का इस्तेमाल
मुख्तार की हत्या के लिए लंबू शर्मा का जेल से बाहर निकलना जरूरी था. इसके लिए उसने खतरनाक प्लान बनाया. आरा जेल से पेशी के लिए जब लंबू को कोर्ट में लाया गया, तो उसे फरार कराने के लिए मानव बम का इस्तेमाल किया था. बम लेकर आई महिला नगीना देवी ने विस्फोट कर दिया.
इसमें सिपाही अमित कुमार शहीद हो गए और नगीना की भी मौत हो गई. बम के धमाके की वजह से 15 लोग जख्मी हो गए थे. इस बीच मची अफरा-तफरी का फायदा उठाकर लंबू शर्मा फरार हो गया था. यह संभवतः पहला मामला था, जब किसी अपराधी ने पेशी के दौरान फरार होने के लिए मानव बम का देश में इस्तेमाल किया हो.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.

भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निर्धारित किया है. राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि व्यापार लक्ष्य समय से पहले पूरा किया जाएगा. कई क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, कनेक्टिविटी, मरीन प्रोडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा, और टेक्सटाइल में सहयोग को आगे बढ़ाया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.







