
छुट्टियां मौत में बदलीं, गोवा के नाइटक्लब अग्निकांड में तबाह हो गया दिल्ली का ये पूरा परिवार
AajTak
गोवा के मशहूर नाइटक्लब 'Birch by Romeo Lane' में शनिवार रात लगी भीषण आग ने दिल्ली के एक ही परिवार के चार सदस्यों की जान ले ली. छुट्टियां मनाने गए परिवार से सिर्फ युवक की पत्नी की जान बच सकी, जो हादसे के बाद सदमे में है. मृतकों में भाभी-देवर और दो सालियां शामिल हैं. परिवार ने गोवा जाकर शवों की पहचान की और अब पोस्टमार्टम होने का इंतजार कर रहे हैं.
गोवा के नाइटक्लब 'Birch by Romeo Lane' में हुए अग्निकांड में दिल्ली के एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई. भाभी-देवर और दो सालियों की गोवा के क्लब में जलकर मौत हो गई. घटना से एक दिन पहले शुक्रवार को एक ही परिवार के पांच लोग छुट्टियां मनाने के लिए गोवा गए थे. हादसे में जान गंवाने वाले युवक की पत्नी की जान बाल-बाल बची है.
पांच दिनों की छुट्टी पर गया था परिवार
मृतकों की पहचान सादतपुर एक्सटेंशन के रहने वाले विनोद जोशी, उनकी भाभी कमला जोशी, दो साली सरोज और अनीता के रूप में हुई है. विनोद की पत्नी भावना जोशी गहरे सदमे में है. हादसे की सूचना मिलते ही रविवार सुबह परिवार गोवा के लिए निकल गया. रात को परिवार ने गोवा के अस्पताल में शवों की पहचान की.
नवीन जोशी अपने परिवार के साथ सादतपुर एक्सटेंशन की गली नंबर-15 में रहते हैं. उनके छोटे भाई विनोद अपनी पत्नी भावना के साथ वैशाली में रहते थे जबकि विनोद की दो सालियां अनीता और सरोज रोहिणी में रहती थीं. विनोद फाइनेंस सेक्टर में काम करते थे.
एक ही परिवार के चार लोगों की हुई मौत
इनके परिवार के सदस्य दीपक ने बताया कि विनोद अपनी पत्नी, भाभी और दो सालियों को लेकर शुक्रवार को गोवा छुट्टियां मनाने के लिए गए थे. 9 दिसंबर तक का पैकेज लेकर गए थे. शनिवार शाम तक सबकुछ ठीक था, परिवार की उन लोगों से बात भी हुई थी.

लोकसभा में वंदे मातरम पर चर्चा के दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि वंदे मातरम के साथ विश्वासघात हुआ. पीएम ने कहा कि कांग्रेस ने मुस्लिम लीग के सामने घुटने टेक दिए. तुष्टीकरण की राजनीति के दबाव में कांग्रेस वंदे मातरम् के बंटवारे के लिए झुकी, इसलिए कांग्रेस को एक दिन भारत के बंटवारे के लिए झुकना पड़ा. देखें वीडियो.

वंदे मातरम् के मूल गीत में 'कांट-छांट' का फैसला व्यापक निर्णय के बाद लिया गया था. पहले तो नेहरू जी ने इस गीत की समीक्षा करने की बात कही. इसके बाद उनका पत्रों के जरिये सुभाषचंद्र बोस और रवींद्रनाथ टैगोर के साथ लंबा संवाद हुआ. इस दौरान गुरुदेव टैगोर ने यह भी कहा कि कविता को उसके संदर्भ के साथ पढ़ने पर ऐसी व्याख्या की जा सकती है जो मुस्लिम भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली हो.

गोवा के मशहूर नाइटक्लब 'Birch by Romeo Lane' में शनिवार रात लगी भीषण आग ने दिल्ली के एक ही परिवार के चार सदस्यों की जान ले ली. छुट्टियां मनाने गए परिवार से सिर्फ युवक की पत्नी की जान बच सकी, जो हादसे के बाद सदमे में है. मृतकों में भाभी-देवर और दो सालियां शामिल हैं. परिवार ने गोवा जाकर शवों की पहचान की और अब पोस्टमार्टम होने का इंतजार कर रहे हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वंदे मातरम् से जुड़े एक महत्वपूर्ण किस्से को साझा किया. उन्होंने बताया कि 20 मई 1906 को बारीसाल, जो अब बांग्लादेश का हिस्सा है, में एक वंदे मातरम् जुलूस निकाला गया था. इस जुलूस में लगभग 10 हजार से अधिक लोग शामिल हुए थे. इस मार्च में हिंदू, मुस्लिम और अन्य सभी धर्मों तथा जातियों के लोग वंदे मातरम् के झंडे को हाथ में लेकर सड़कों पर उतरे थे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने वक्तव्य में देश को आत्मनिर्भर बनाने और 2047 तक विकसित भारत बनाने के संकल्प को दोहराया. उन्होंने वंदे मातरम के महत्व को समझाते हुए बताया कि यह यात्रा 1875 में बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा शुरू की गई थी. यह गीत उस समय लिखा गया था जब 1857 की स्वतंत्रता संग्राम के बाद अंग्रेजों की सल्तनत बौखलाई हुई थी और भारत पर अन्याय जारी था.

Indigo Flight Crisis: पूरे देश में विमान यात्रियों के लिए इंडिगो ने आफत खड़ी कर दी है. हालत ये है कि सिर्फ 7 दिनों में 4000 से अधिक उड़ानें रद्द हो गई हैं. 5 लाख से अधिक यात्रियों के सफर और 25 लाख से अधिक लोगों की जिंदगी में अफरातफरी मची हुई है. हालांकि, एयरलाइन धीरे-धीरे अपने शेड्यूल को स्थिर करने की कोशिश कर रही है.

इंडिगो की उड़ानों में भारी रद्दीकरण की खबरें जारी हैं. आज भी दिल्ली और बेंगलुरु में Indigo की सैंकड़ों उड़ानें कैंसिल हुई हैं, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है. दिल्ली में 75 डिपार्चर और 59 अराइवल फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं जबकि बेंगलुरु में 65 अराइवल और 62 डिपार्चर फ्लाइट्स कैंसिल की गई हैं. चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर भी इस संकट का प्रभाव देखा जा रहा है. इस रिपोर्ट में Indigo की वर्तमान स्थिति और यात्रियों की प्रतिक्रिया देखिए.

Parliament Winter Session Live Updates: संसद का शीतकालीन सत्र जारी है. अब तक बीते पांच दिनों में से तीन दिन हंगामेदार रहे हैं. लोकसभा से बिलों को पास कर उन्हें राज्यसभा भेजा गया है. इस बीच SIR, BLO की मौतों का मुद्दा, इंडिगो संकट और प्रदूषण का मुद्दा हावी रहा. अब सोमवार से संसद में वंदे मातरम् पर चर्चा होनी है.

संघ के 100 साल: तिरंगा, फायरिंग और मौतें... गोवा की मुक्ति में बलिदान होने वाले स्वयंसेवकों की कहानी
1955 में जब गोवा मुक्ति संग्राम शुरू हुआ तो कई स्वयंसेवक इस आंदोलन में कूद पड़े. 15 अगस्त 1955 को तिरंगा लेकर रामभाऊ गोवा में दूसरे स्वयंसेवकों के साथ गोवा में प्रवेश कर रहे थे. पुर्तगालियों ने गोली चलाने की धमकी दी, लेकिन रुकने का सवाल ही नहीं था. पहली गोली बसंतराव ओक के पैर में लगी. दूसरी गोली पंजाब के हरनाम सिंह के सीने में लगी. फिर संगीनों के सामने रामभाऊ थे. RSS के 100 सालों के सफर की 100 कहानियों की कड़ी में आज पेश है उसी घटना का वर्णन.

अतुल सुभाष ने 9 दिसंबर को अपनी जान देने से पहले 81 मिनट का एक वीडियो रिकॉर्ड किया था और 24 पन्नों का एक नोट छोड़ा था. उस नोट में उनकी अंतिम ख्वाहिश थी कि जब तक अदालत से उचित न्याय न मिले, उनकी अस्थियों का विसर्जन न किया जाए. परिवार ने उनकी इस आखिरी इच्छा का सम्मान करते हुए अस्थियों को घर पर एक पोटली में रखा हुआ है. चार्जशीट दाखिल करने में आठ महीनों की देरी हुई, और पहली सुनवाई भी एक साल से अधिक समय तक टली रही. सवाल यह है कि क्या अब इंसाफ मिलेगा और क्या अतुल की अंतिम इच्छा पूरी की जा सकेगी.



