5 KG वजन उठा सकते हैं, 90 मिनट चल सकते हैं… बड़े काम का है डॉग रोबोट, Video
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नोएडा की बॉट वैली में डॉग रोबोट्स के साथ कोबोट्स (cobots) को डिजाइन किया गया है. डॉग रोबोट्स जहां कंस्ट्रक्शन के काम, न्यूक्लियर फैसिलिटी, सर्विलांस, पेट्रोलिंग, डिजास्टर रिलीफ और पेट्रोकेमिकल इंडस्ट्री में इस्तेमाल के लिए बेहतर हैं. वहीं, कोबोट्स चिकित्सा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए तैयार हैं.
मेक इन इंडिया के तहत भारत में पहली बार विश्वस्तरीय रोबोट बन रहे हैं. इसी कड़ी में नोएडा की बॉट वैली में डॉग रोबोट्स के साथ कोबोट्स (cobots) को डिजाइन किया गया है. डॉग रोबाट्स कुत्ते के साइज के हैं. जिन खतरनाक जगहों पर जहां इंसान को जाने में परेशानी हो, वहां इनको भेजा जा सकता है.
मुश्किल रास्तों पर चल कर सब कुछ रिकॉर्ड कर सकता है और लाइव फीड भी दे सकता है. Addverb के रिप्रजेंटेटिव अंकुर बताते हैं कि जल्द ही ये रोबोट कंस्ट्रक्शन के काम, न्यूक्लियर फैसिलिटी, सर्विलांस, पेट्रोलिंग, डिजास्टर रिलीफ और पेट्रोकेमिकल इंडस्ट्री में इस्तेमाल में लिए जा सकेंगे. इसमें थर्मोसेंसर्स भी लगे हुए हैं.
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