
29 फिल्मों को पीछे छोड़कर ऑस्कर में क्यों पहुंची 'लापता लेडीज'? ज्यूरी के चेयरमैन ने बताई वजह
AajTak
फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया (FFI) ने 29 शॉर्टलिस्ट हुई फिल्मों की लिस्ट में से 'लापता लेडीज' को ऑस्कर में भारत की ऑफिशियल एंट्री के तौर पर चुना है. अब FFI की ज्यूरी के चेयरमैन जानू बरुआ ने बताया है कि उन्होंने किन वजहों से 'लापता लेडीज' को चुना.
इस साल लोगों की फेवरेट फिल्मों में से एक रही 'लापता लेडीज' ने अब एक बड़ा माइलस्टोन अचीव कर लिया है. डायरेक्टर किरण राव की इस फिल्म को भारत की तरफ से ऑस्कर 2025 के लिए ऑफिशियल एंट्री के तौर पर चुना गया है.
फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया (FFI) ने 29 शॉर्टलिस्ट हुई फिल्मों की लिस्ट में से 'लापता लेडीज' को ऑस्कर में भारत की ऑफिशियल एंट्री के तौर पर चुना है. इस लिस्ट में रणबीर कपूर स्टारर 'एनिमल', प्रभास स्टारर माइथोलॉजिकल साइंस फिक्शन 'कल्कि 2898 AD', मलयालम फिल्म 'आट्टम' के साथ ही डायरेक्टर पायल कपाड़िया की फिल्म 'All We Imagine as Light' भी शामिल थी.
मलयालम फिल्म 'All We Imagine as Light' को इंडिया की ऑस्कर एंट्री बनने का मजबूत दावेदार माना जा रहा था क्योंकि इसने कुछ महीने पहले ही कान्स फिल्म फेस्टिवल का दूसरा सबसे बड़ा अवॉर्ड जीता था. ये फिल्म इंटरनेशनल क्रिटिक्स को बहुत पसंद आई थी. अब FFI की ज्यूरी के चेयरमैन जानू बरुआ ने बताया है कि उन्होंने किन वजहों से 'लापता लेडीज' को चुना.
इन वजहों से चुनी गई 'लापता लेडीज' जानू बरुआ ने इंडियन एक्सप्रेस के साथ एक इंटरव्यू में बताया, 'ज्यूरी को ऐसी फिल्म चुननी होती है जो सारे पैमानों पर भारत को रिप्रेजेंट करती हो. खासकर, जो भारत की सामाजिक व्यवस्था और संस्कृति को दर्शाती हो. भारतीयता सबसे महत्वपूर्ण है और 'लापता लेडीज' इस मामले में सबसे आगे रही.'
बरुआ ने इस बात पर जोर दिया कि ये बहुत महत्वपूर्ण है कि ऑस्कर अवॉर्ड्स के पैमानों पर सबसे ज्यादा फिट बैठने वाली फिल्म, जो भारत को रिप्रेजेंट करती हो, उसे ऑफिशियल एंट्री के तौर पर ऑस्कर में भेजा जाए.
आमिर खान और किरण राव ने कहा शुक्रिया 'लापता लेडीज' के प्रोड्यूसर आमिर खान प्रोडक्शन्स ने ऑफिशियल सोशल इंस्टाग्राम हैंडल से FFI को धन्यवाद देते हुए एक नोट भी शेयर किया. इस नोट में लिखा था, 'हम 'लापता लेडीज' को बेशुमार प्यार देने के लिए अपनी ऑडियंस, मीडिया और फिल्म कम्युनिटी के बहुत शुक्रगुजार हैं.'

रूसी बैले डांसर क्सेनिया रयाबिनकिना कैसे राज कपूर की क्लासिक फिल्म मेरा नाम जोकर में मरीना बनकर भारत पहुंचीं, इसकी कहानी बेहद दिलचस्प है. मॉस्को से लेकर बॉलीवुड तक का उनका सफर किसी फिल्मी किस्से से कम नहीं. जानिए कैसे उनकी एक लाइव परफॉर्मेंस ने राज कपूर को प्रभावित किया, कैसे उन्हें भारत आने की इजाजत मिली और आज वो कहां हैं और क्या कर रही हैं.

शहनाज गिल ने बताया कि उन्हें बॉलीवुड में अच्छे रोल नहीं मिल रहे थे और उन्हें फिल्मों में सिर्फ प्रॉप की तरह इस्तेमाल किया जा रहा था. इसी वजह से उन्होंने अपनी पहली फिल्म इक कुड़ी खुद प्रोड्यूस की. शहनाज ने कहा कि वो कुछ नया और दमदार काम करना चाहती थीं और पंजाबी इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाना चाहती थीं.

ओटीटी के सुनहरे पोस्टर भले ही ‘नई कहानियों’ का वादा करते हों, पर पर्दे के पीछे तस्वीर अब भी बहुत हद तक पुरानी ही है. प्लेटफ़ॉर्म बदल गए हैं, स्क्रीन मोबाइल हो गई है, लेकिन कहानी की कमान अब भी ज़्यादातर हीरो के हाथ में ही दिखती है. हीरोइन आज भी ज़्यादातर सपोर्टिंग रोल में नज़र आती है, चाहे उसका चेहरा थंबनेल पर हो या नहीं. डेटा भी कुछ ऐसी ही कहानी कहता है.

सेलेब्रिटी कॉस्ट्यूम डिजाइनर एश्ले रेबेलो ने ऐश्वर्या राय बच्चन और सलमान खान पर होने वाली ट्रोलिंग को गलत बताया. उन्होंने कहा कि ऐश्वर्या एक ग्लोबल स्टार हैं और उन्हें अच्छे से पता है कि उन्हें क्या पहनना है. वहीं सलमान के बारे में उन्होंने कहा कि एक्टर सिर्फ अपनी सहूलियत पसंद करते हैं और बेहद अच्छे इंसान हैं.









