10तक: सियासत के लिए भी नमक की तरह इस्तेमाल होते हैं किसान!
AajTak
देश की सियासत में किसान नमक की तरह इस्तेमाल होता है. जरूरत के हिसाब से सियासी दल उसका इस्तेमाल अपने हित के हिसाब से करते हैं. लखीमपुर खीरी का ही उदाहरण लीजिए जहां पहुंचने के लिए विपक्षी दलों में आज होड़ मच गई. मुश्किल में फंसी जनता का हाल जानना हर दल का फर्ज और हक दोनों है लेकिन जनता को कब कितना भाव दिया जाएगा ये चुनाव पर निर्भर करता है. यूपी में चुनाव है तो सभी दलों को किसानों की चिंता है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भी लखीमपुर खीरी आने को तैयार हैं, लेकिन उनके ही राज्य में पिछले 5 महीनों से आदिवासी किसान आंदोलन कर रहे हैं, उनकी सुध लेने का न तो मुख्यमंत्री को वक्त मिला है और न ही उनकी पार्टी के नेतृत्व ने उनके लिए आवाज उठाई है. देखें 10तक.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.