
हमास के 4 कमांडरों को IDF ने मार गिराया, चौतरफा दबाव के बीच PM नेतन्याहू के इस्तीफे की मांग
AajTak
गाजा में अस्पताल के बाहर इजरायली सेना के हवाई हमले के बाद अफरा-तफरी मच गई. अस्पताल के बाहर लोग भागते हुए दिखाई दिए. इस हवाई हमले में दो फिलिस्तीनियों की मौत हो गई है. ये हमला दीर अल-बलाह में अस्पताल के बाहर हुआ, जहां हजारों शरणार्थी कैंप बनाकर रह रहे हैं.
गाजा में हमास और इजरायल के बीच संघर्ष को करीब 6 महीने होने वाले हैं, लेकिन ये युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है. इजरायली सेना लगातार बड़े हमले कर रही है, जिसमें हमास के लड़ाकों के साथ बेकसूर लोगों की भी जान जा रही है. ताजा घटनाक्रम में आईडीएफ ने गाजा के दीर अल-बलाह में अस्पताल के बाहर हवाई हमला किया, जिसमें दो फिलिस्तीनियों की मौत हो गई. यहां हजारों शरणार्थी कैंप बनाकर रह रहे हैं. आईडीएफ ने अल शिफा अस्पताल में हमास के चार कमांडरों को मार गिराने का दावा किया है. उनका कहना है कि वे अस्पताल में छिपे हुए थे.
इस बीच युद्धविराम को लेकर दुनियाभर में प्रदर्शन भी हो रहे हैं. न्यूयॉर्क, लंदन, ट्यूनीशिया, अम्मान, रामल्लाह और कराची में शनिवार को प्रदर्शन हुए. इन देशों में फिलिस्तीनी समर्थकों ने 48वां भूमि दिवस मनाया. इस मौके पर हज़ारों की तादाद में रैलियां निकाली गईं और फौरन सीज़फायर की मांग की गई. न्यूयॉर्क में भी फिलिस्तीन के समर्थन में एकजुटता दिखाते हुए भूमि दिवस मनाया गया. हज़ारों की तादाद में लोगों ने पैदल मार्च निकाला.
इस दौरान लोगों को फ्री फिलिस्तीन के नारे लगाते हुए देखा गया. गाज़ा में फौरन सीजफायर की मांग की गई. लंदन में भी कुछ ऐसी ही तस्वीर देखने को मिली. यहां भूमि दिवस के मौके पर फिलिस्तीन के समर्थन में हज़ारों की तादाद में लोगों ने मार्च निकाला. प्रदर्शन में कुछ यहूदी समुदाय के लोग भी नज़र आए. गाज़ा में नरसंहार का विरोध किया. पाकिस्तान के कराची शहर में भी जमात-ए-इस्लामी पार्टी की तरफ से बड़े पैमाने पर मार्च निकाला गया.
ट्यूनीशिया की राजधानी ट्यूनिस में फ्रांसिसी दूतावास के बाहर भी कुछ ऐसी ही तस्वीर नज़र आई. हज़ारों की तादाद में लोग इकट्ठा हुए और भूमि दिवस के मौके पर पैदल मार्च कर फिलिस्तनी के समर्थन में नारे लगाए. जॉर्डन की राजधानी अम्मान में लगातार इज़रायल के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं. शनिवार को भी इज़रयाली दूतावास के बाहर जमकर प्रदर्शन किया. जॉर्डन सरकार से इज़रायल के साथ तमाम संबंध तोड़ने का आह्वान किया है.
यह भी पढ़ें: गाजा में इजरायली सेना ने की एयरस्ट्राइक, खुफिया सुरंग तबाह, हमास का अहम ठिकाना नेस्तनाबूत

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.

कनाडा अगले साल PR के लिए कई नए रास्ते खोलने जा रहा है, जिससे भारतीय प्रोफेशनल्स खासकर टेक, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन और केयरगिविंग सेक्टर में काम करने वालों के लिए अवसर होंगे. नए नियमों का सबसे बड़ा फायदा अमेरिका में H-1B वीज़ा पर फंसे भारतीयों, कनाडा में पहले से वर्क परमिट पर मौजूद लोगों और ग्रामीण इलाकों में बसने को तैयार लोगों को मिलेगा.







