
'स्त्री' के जना ने भरी उड़ान, ऑफर हो रहे मेन रोल्स, अभिषेक बोले- लोग पहचानने लगे हैं...
AajTak
स्त्री 2, खास तौर पर बॉक्स ऑफिस के रिकॉर्ड तोड़ती जा रही है. ये अब 500 करोड़ रुपये की ओर बढ़ रही है. अभिषेक कहते हैं कि जब उन्होंने 2018 में स्त्री शुरू की थी, तो उन्हें कभी नहीं लगा कि ये एक छोटे बजट की फिल्म है. उन्होंने कहा- जो मायने रखता है वो है विजन, जिस तरह का प्रयास और मेहनत हम करते हैं.
स्त्री 2 फेम जना यानी अभिषेक बनर्जी का करियर इन दिनों उड़ान भर रहा है. अभिषेक की पॉपुलैरिटी आसमान छू रही है. एक्टर का कहना है कि लोग उन्हें उनके असली नाम से पहचानने लगे हैं, न कि उनके ऑनस्क्रीन किरदारों से. उनके पास सेंटर ऑफ अट्रैक्शन या मेन स्ट्रीम रोल्स के ऑफर आने लगे हैं.
एक्टर ने कहा, "मुझे लगता है कि लोग उन किरदारों के पीछे छिपे नाम से वाकिफ हो गए हैं और मैं देख सकता हूं कि लोगों में प्यार उमड़ रहा है. चाहे वो सोशल मीडिया पर हो या फिर सड़कों पर."
अभिषेक के करियर में आया उछाल
स्त्री 2, खास तौर पर बॉक्स ऑफिस के रिकॉर्ड तोड़ती जा रही है. ये अब 500 करोड़ रुपये की ओर बढ़ रही है. अभिषेक जूम से कहते हैं कि जब उन्होंने 2018 में स्त्री शुरू की थी, तो उन्हें कभी नहीं लगा कि ये एक छोटे बजट की फिल्म है. उन्होंमे कहा कि "जो मायने रखता है वो है विजन, जिस तरह का प्रयास और मेहनत हम करते हैं. और अगर यूनिट में हर कोई एक बड़ी फिल्म बनाने के लिए तैयार हो, चाहे लागत कुछ भी हो, मुझे लगता है कि ये एक खास फिल्म बन जाती है.''
अभिषेक ने आगे बताया कि स्त्री 2 खास कैसे बनी, क्योंकि "हर किसी ने दिल और आत्मा से इसे बनाया है. बेशक, किसी ने भी इस तरह के कारोबार की उम्मीद नहीं की थी. दर्शकों ने हमें हमारी उम्मीद से कहीं ज्यादा दिया है. सच कहूं तो मुझे इस बात का आनंद मिल रहा है. मैं देहरादून में शूटिंग के लिए गया था और लोगों ने मुझे ग्रामीण इलाकों में भी नोटिस किया.''
ऑफर हो रहे मेन किरदार

रूसी बैले डांसर क्सेनिया रयाबिनकिना कैसे राज कपूर की क्लासिक फिल्म मेरा नाम जोकर में मरीना बनकर भारत पहुंचीं, इसकी कहानी बेहद दिलचस्प है. मॉस्को से लेकर बॉलीवुड तक का उनका सफर किसी फिल्मी किस्से से कम नहीं. जानिए कैसे उनकी एक लाइव परफॉर्मेंस ने राज कपूर को प्रभावित किया, कैसे उन्हें भारत आने की इजाजत मिली और आज वो कहां हैं और क्या कर रही हैं.

शहनाज गिल ने बताया कि उन्हें बॉलीवुड में अच्छे रोल नहीं मिल रहे थे और उन्हें फिल्मों में सिर्फ प्रॉप की तरह इस्तेमाल किया जा रहा था. इसी वजह से उन्होंने अपनी पहली फिल्म इक कुड़ी खुद प्रोड्यूस की. शहनाज ने कहा कि वो कुछ नया और दमदार काम करना चाहती थीं और पंजाबी इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाना चाहती थीं.











