सुकमाः नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, 7 किलो का बम बरामद, जवानों ने किया नष्ट
AajTak
नक्सली हमेशा से ही सुरक्षा बल के जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए आईईडी बम का इस्तेमाल करते नजर आते हैं और यही वजह है कि सुकमा के अंदरूनी क्षेत्रों में नक्सलियों ने जगह-जगह आईईडी प्लांट कर रखे हैं.
छत्तीसगढ़ के सुकमा में सुरक्षा बल के जवानों ने नक्सलियों की एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया. कोबरा जवानों ने पुलिस और सुरक्षा बल के जवानों को नुकसान पहुंचाने के मकसद से लगाए गए 7 किलो के आईईडी बम को बरामद करने के साथ ही नष्ट कर दिया. इस तरह से एक बड़ी घटना होने से बच गई. ये बम उसी स्थान पर लगाया गया था, जहां 17 जवान शहीद हुए थे. सुकमा में नक्सल प्रभावित ग्राम मीनपा के जंगलों से ये बम बरामद किया गया. फिर उसे मौके पर ही नष्ट कर दिया गया. इस कार्रवाई का लाइव वीडियो भी जवानों ने कैमरे में कैद किया है. दरअसल, नक्सली हमेशा से ही सुरक्षा बल के जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए आईईडी बम का इस्तेमाल करते नजर आते हैं और यही वजह है कि सुकमा के अंदरूनी क्षेत्रों में नक्सलियों ने जगह-जगह आईईडी प्लांट कर रखे हैं.हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.