
सिएटल सिटी, रोड एक्सीडेंट और भारतीय लड़की की मौत... 7 महीने बाद जाह्नवी के मामले में बड़ा खुलासा, सामने आया सच
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अमेरिका के सिएटल सिटी में जनवरी की सर्द रात को एक रोड एक्सीडेंट होता है. सिएटल पुलिस डिपार्टमेंट की एक तेज रफ्तार एसयूवी नॉ़र्थ ईस्टर्न यूनिवर्सिटी कैंपस के पास रोड क्रॉस कर रही 23 साल की एक स्टूडेंट जाह्नवी कंडूला को जोरदार टक्कर मारती है और सब खत्म हो जाता है.
अमेरिका के सिएटल शहर में सात महीने पहले एक भारतीय छात्रा जाह्नवी कंडूला की रोड एक्सीडेंट में दर्दनाक मौत हो गई थी. जाह्नवी को जिस गाड़ी ने टक्कर मारी थी, वो गाड़ी सिएटल पुलिस की थी और उसे एक पुलिस अफसर ही चला रहा था. मगर जाह्नवी की मौत के 7 महीने बाद अब एक ऐसा सच सामने आया है, जिसने पूरे सिएटल पुलिस विभाग को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है.
23 जनवरी 2023 अमेरिका के सिएटल सिटी में जनवरी की सर्द रात को एक रोड एक्सीडेंट होता है. सिएटल पुलिस डिपार्टमेंट की एक तेज रफ्तार एसयूवी नॉ़र्थ ईस्टर्न यूनिवर्सिटी कैंपस के पास रोड क्रॉस कर रही 23 साल की एक स्टूडेंट जाह्नवी कंडूला को जोरदार टक्कर मारती है. टक्कर इतनी भयानक थी कि जाह्नवी करीब सौ फीट तक हवा में उछल जाती है और दूर जाकर गिरती है. इसके बाद गाड़ी चला रहा पुलिस अफसर फौरन अपनी एसयूवी से नीचे उतरता है और घायल जाह्वनी की मदद करने की कोशिश करता है. लड़की की हालत बेहद खराब थी. हादसे के लिए जिम्मेदार अफसर उसे सीपीआर देकर उसकी जान बचाने की कोशिश करने के साथ-साथ रेडियो डिस्पैच यानी वायरलेस सेट पर अपने सहकर्मियों से मदद भी मांगता है. आनन-फानन में लड़की को हादसे वाली जगह से उठा कर अस्पताल ले जाया जाता है. मगर, अफ़सोस, अगले ही दिन इलाज के दौरान भारतीय मूल की उस लड़की जाह्नवी की अस्पताल में मौत हो जाती है.
12 सितंबर 2023 उस हादसे के ठीक 7 महीने और 20 दिन बाद सिएटल पुलिस डिपार्टमेंट का एक ऐसा वीडियो सामने आया, जिसने सिएटल यानी अमेरिका से लेकर भारत तक में भूचाल ला दिया है. लेकिन इससे पहले कि सोसायटी से लेकर सोशल मीडिया तक में मची खलबली की ये पूरी कहानी हम आपको विस्तार से सुनाएं, आइए सबसे पहले उस वीडियो की बात कर लेते हैं, जिसने सिएटल के पुलिस महकमे को ही सवालों के घेरे में ला दिया है. अब आपको बताते हैं इस वीडियो के एक-एक फ्रेम में कैद वो बेचैन करनेवाली सच्चाई, जिसे सुन कर आप भी एक बारगी ये सोचने पर मजबूर हो जाएंगे कि कोई इंसान या फिर यूं कहें कि अमेरिका के पुलिस महकमे के कुछ आला अफसर इतने संवेदनहीन कैसे हो सकते हैं, जो किसी की मौत का भी मज़ाक बना दें और किसी की जिंदगी की बोली लगाने की कोशिश करें.
फोन पर अपने सहकर्मी से बात कर रहा था पुलिसकर्मी दरअसल, ये वीडियो सिएटल पुलिस के अफ़सरों के पहने जाने वाले बॉडीकैम में रिकॉर्ड हुआ है. इस वीडियो में जाह्नवी वाले सड़क हादसे के ठीक अगले दिन यानी 24 सितंबर को सिएटल पुलिस डिपार्टमेंट का एक डिटेक्टिव डैनियल ऑडेरर अपने किसी कलीग यानी सहकर्मी से फोन पर बात करता हुआ सुनाई दे रहा है. लेकिन इस बातचीत में वो जाह्नवी की मौत को लेकर जो कुछ कह रहा है. वो ना सिर्फ़ बेहद दर्दनाक बल्कि शर्मनाक भी है. फोन के दूसरी तरफ से जब डिटेक्टिव ऑडेरर का सहकर्मी उसे बताता है कि सड़क हादसे में घायल हुई उस लड़की की मौत हो गई है, तो डिक्टेटिव ऑडेरर जाह्वनी की मौत पर ठहाके लगाते हुए कहता है, बस, एक चेक लिख कर दे दो. 11 हज़ार डॉलर का चेक. वैसे भी उसकी उम्र 26 साल की थी, उसका लिमिटेड वैल्यू था.
तेज रफ्तार ड्राइविंग को किया था जस्टिफाई विडंबना देखिए कि ऐसी बेशर्मी भरी बातें करने वाला डैनियल ऑडेरर सिर्फ एक पुलिस अफसर ही नहीं है, बल्कि वो सिएटल पुलिस अफसर गिल्ड का वाइस प्रेसिडेंट यानी पुलिसवालों का नेता भी है. अपने साथी की तेज रफ्तार ड्राइविंग को भी जस्टिफाई करता हुआ सुनाई देता है. ऑडेरर कहता है कि वो 50 मील प्रति घंटे की रफ्तार से गाड़ी चला रहा था. ये आउट ऑफ कंट्रोल नहीं है और किसी ट्रेंड ड्राइवर के लिए तो लापरवाही वाली बात भी नहीं है. हालांकि जांच में ये सच्चाई सामने आई है कि जाह्वनी को अपनी गाड़ी से कुचलने वाला अफसर केविन डेव हादसे के वक्त 74 मील प्रति घंटे की रफ्तार से अपनी एसयूवी दौड़ा रहा था और उस जगह की अधिकतम स्पीड लिमिट ही 25 मील प्रति घंटा है. यानी स्पीड लिमिट से तीन गुना तेज थी.
रूटीन चेक में सामने आई पुलिसकर्मी की हरकत असल में अपनी बातों से शर्म और बेदिली की नई कहानी लिखनेवाला डिटेक्टिव डैनियल ऑडेरर एक डग रिकॉगनिशन अफसर है, जिसे उस हादसे के बाद गाड़ी चला रहे अफसर केविन डेव की डग एनालिसिस का जिम्मा सौंपा गया था, यानी ये पता करने की जिम्मेदारी दी गई थी कि हादसे के वक्त वो किसी ड्रग्स के नशे में तो नहीं था. डैनियल ऑडेरर ने अपनी रिपोर्ट में केविन डेव को क्लीन चिट दी थी. समझा जाता है कि इसी के बाद ऑडेरर ने अपने एक सहकर्मी और सिएटल पुलिस अफसर गिल्ड के प्रेसिडेंट माइक सालोन को कॉल किया था. और दोनों में दो मिनट तक बातचीत हुई थी. बाद में सिएटल पुलिस डिपार्टमेंट ने एक रूटीन चेक के दौरान लड़की की मौत पर ऑडेरर को ठहाके लगा कर हंसता और उसकी मौत की बोली लगाता हुआ पाया.

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