
साउथ बॉक्स ऑफिस के किंग नहीं बन पाए Shah rukh Khan, भौकाल मचाने से चूकी 'पठान', कमाई के आंकड़े सुन चौकेंगे
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पुष्पा, केजीएफ, बाहुबली, आरआरआर का हिंदी कलेक्शन ताबड़तोड़ रहा था. लेकिन क्या शाहरुख खान की पठान का भी ऐसा ही जादू साउथ के सिनेमाहॉल्स में चला है? जवाब आपको निराश कर सकता है. देश-विदेश में भले ही पठान बंपर कमाई कर रही है. लेकिन साउथ के बॉक्स ऑफिस पर फिल्म की कमाई हिंदी वर्जन के मुकाबले बेहद कम है.
एक वक्त था जब साउथ मूवीज के हिंदी डब वर्जन को लोग सोनी मैक्स, स्टार गोल्ड, जी सिनेमा या बाकी चैनल्स पर देखकर ही एंटरटेन होते थे. पर अब वक्त बदल गया है. साउथ मूवीज को देखने के हिंदी ऑडियंस बिना देर किए सिनेमाहॉल जा रही है. बाहुबली, केजीएफ, पुष्पा जैसी मूवीज के शोज हिंदी बेल्ट में हाउसफुल गए हैं. साउथ की फिल्मों को नॉर्थ के सिनेमाघरों में अच्छी खासी स्क्रीन्स मिल रही हैं. साउथ की डब मूवीज बॉक्स ऑफिस पर धुआंधार कमाई कर रही हैं. लेकिन क्या पठान भी साउथ रीजन में अपना दमखम दिखा पाई है?
साउथ इंडियन बॉक्स ऑफिस पर कितनी हुई पठान की कमाई?
ये सवाल इसलिए उठता है क्योंकि पुष्पा, केजीएफ, बाहुबली, आरआरआर का हिंदी कलेक्शन ताबड़तोड़ रहा था. कई फिल्मों ने कमाई के रिकॉर्ड भी तोड़े हैं. लेकिन क्या पठान का भी ऐसा ही जादू साउथ के सिनेमाहॉल्स में चला है? जवाब आपको निराश कर सकता है. देश-विदेश में भले ही पठान बंपर कमाई कर रही है. लेकिन साउथ के बॉक्स ऑफिस पर फिल्म की कमाई हिंदी वर्जन के मुकाबले बेहद कम है.
क्यों चूकी पठान?
पठान ने साउथ इंडियन बॉक्स ऑफिस पर अच्छी ओपनिंग जरूर की है. लेकिन जो भौकाल नॉर्थ में साउथ मूवीज को लेकर देखने पर मिलता है, उससे पठान चूकी है. थियेटर्स में शाहरुख खान की पठान के अलावा पोंगल पर रिलीज हुई दो बड़े साउथ स्टार्स की फिल्में पहले से बनी हुई थीं. तमिल फिल्में Varisu और Thunivu साउथ इंडियन बॉक्स ऑफिस पर धमाकेदार कलेक्शन कर रही हैं. पठान को इन दोनों मूवीज से साउथ में कड़ी टक्कर मिली है. संभव है कि Varisu और Thunivu के पहले से सिनेमाघरों में कब्जा जमाने की वजह से पठान को साउथ रीजन में मन मुताबिक स्क्रीन्स नहीं मिल पाई हों.
पठान ओरिजनली हिंदी में रिलीज हुई है. इसका तमिल और तेलुगू में डब वर्जन रिलीज किया गया है. पठान को भारत में 5500 और वर्ल्डवाइड 8000 स्क्रीन्स मिली थीं. इतना जरूर है पठान ने साउथ स्टेट्स में अपना चार्म खो रहे बॉलीवुड को उम्मीद की किरण दिखाई है.

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