
साउथ फिल्मों के रीमेक में हमेशा हिट नहीं रहे अजय देवगन, तमिल फिल्में रहीं लकी, क्या 'भोला' भी करेगी कमाल?
AajTak
अजय देवगन की फिल्म 'भोला' रिलीज के लिए तैयार है. फिल्म को जनता के सामने थिएटर्स में पहुंचने में अब सिर्फ एक हफ्ते का समय बचा है. 'भोला' तमिल फिल्म 'कैथी' का हिंदी रीमेक है, जो तमिल ही नहीं हिंदी ऑडियंस में भी ठीकठाक पॉपुलर है. अजय ने कई साउथ फिल्मों के हिंदी रीमेक में काम किया है. आइए बताते हैं क्या रहा उनका हाल.
'भोला' का भौकाल थिएटर्स में जलवा दिखाने के लिए तैयार है. अजय देवगन की धमाकेदार एक्शन भरी फिल्म 30 मार्च को रिलीज हो रही है. अजय ने नवंबर में जब 'भोला' का पहला टीजर शेयर किया था, तभी से जनता उनकी नई फिल्म को लेकर खूब एक्साइटेड है. और हों भी क्यूं न... आखिर लोगों के फेवरेट एक्शन स्टार्स में से एक अजय, इस बार एक पर्दाफाड़ एक्शन अवतार में स्क्रीन पर आ रहे हैं.
'भोला' तमिल फिल्म 'कैथी' का हिंदी रीमेक है जिसके हीरो कार्थी थे. डायरेक्टर लोकेश कनगराज की ये पहली फिल्म थी जहां से एक नया सिनेमेटिक यूनिवर्स शुरू हुआ. कमल हासन, विजय सेतुपति और फहाद फाजिल स्टारर 'विक्रम' इस यूनिवर्स की दूसरी फिल्म थी और बॉक्स ऑफिस पर 400 करोड़ रुपये से ज्यादा कमाने के साथ इसकी अपनी कल्ट फॉलोइंग बन गई है.
अजय की 'भोला', ऑरिजिनल फिल्म की स्टोरी से टिकी हुई तो लग रही है, मगर इसका स्केल काफी बड़ा है. 'भोला' से पहले भी अजय ने कई साउथ फिल्मो के हिंदी रीमेक में काम किया है. जहां तमिल फिल्मों के रीमेक अजय के लिए हमेशा बॉक्स ऑफिस कामयाबी लेकर आए हैं, वहीं तेलुगू फिल्मों के रीमेक उनके लिए कुछ खास कामयाबी लेकर नहीं आए. आइए जानते हैं क्या रहा अजय की उन फिल्मों का हाल जो साउथ फिल्मों की रीमेक थीं...
इंसान (2005)
अजय देवगन और अक्षय कुमार ने 'इंसान' में एकसाथ काम क्या था. फिल्म में एषा देओल, लारा दत्ता और तुषार कपूर भी थे. के. सुभाष की ये मल्टीस्टारर फिल्म, तेलुगू फिल्म Khadgam का हिंदी रीमेक थी. दो बड़े एक्शन स्टार्स के एक साथ आने के बावजूद फिल्म बॉक्स ऑफिस पर एक बड़ी फ्लॉप साबित हुई थी.
गोलमाल (2006)

रूसी बैले डांसर क्सेनिया रयाबिनकिना कैसे राज कपूर की क्लासिक फिल्म मेरा नाम जोकर में मरीना बनकर भारत पहुंचीं, इसकी कहानी बेहद दिलचस्प है. मॉस्को से लेकर बॉलीवुड तक का उनका सफर किसी फिल्मी किस्से से कम नहीं. जानिए कैसे उनकी एक लाइव परफॉर्मेंस ने राज कपूर को प्रभावित किया, कैसे उन्हें भारत आने की इजाजत मिली और आज वो कहां हैं और क्या कर रही हैं.

शहनाज गिल ने बताया कि उन्हें बॉलीवुड में अच्छे रोल नहीं मिल रहे थे और उन्हें फिल्मों में सिर्फ प्रॉप की तरह इस्तेमाल किया जा रहा था. इसी वजह से उन्होंने अपनी पहली फिल्म इक कुड़ी खुद प्रोड्यूस की. शहनाज ने कहा कि वो कुछ नया और दमदार काम करना चाहती थीं और पंजाबी इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाना चाहती थीं.

ओटीटी के सुनहरे पोस्टर भले ही ‘नई कहानियों’ का वादा करते हों, पर पर्दे के पीछे तस्वीर अब भी बहुत हद तक पुरानी ही है. प्लेटफ़ॉर्म बदल गए हैं, स्क्रीन मोबाइल हो गई है, लेकिन कहानी की कमान अब भी ज़्यादातर हीरो के हाथ में ही दिखती है. हीरोइन आज भी ज़्यादातर सपोर्टिंग रोल में नज़र आती है, चाहे उसका चेहरा थंबनेल पर हो या नहीं. डेटा भी कुछ ऐसी ही कहानी कहता है.










