
'शेखर होम' रिव्यू: देसी शरलॉक के रोल में दमदार हैं के. के. मेनन, 'ब्योमकेश बक्शी' सा फील देगा मजेदार शो
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ये हिंदी सिनेमा वालों में अचानक से सिरकटे भूतों के लिए इतना प्रेम कहां से उमड़ रहा है?! जहां 'स्त्री 2' का मेन विलेन ही एक सिरकटा भूत है, वहीं एक दूसरा सिरकटा भूत 'शेखर होम' की 6 कहानियों में से एक का विलेन बना है. शुक्र ये है कि दोनों कहानियों का दिमाग तो एकदम ठिकाने पर है.
दूरदर्शन का क्लासिक शो 'ब्योमकेश बक्शी' जनता के दिमाग में इस कदर घर कर चुका है कि बाद में जब हमें शरलॉक होम्स का पता चला तो हमने उसे 'इंग्लिश ब्योमकेश बक्शी' कहा. हालांकि, लिटरेचर के सीन पर शरलॉक होम्स जहां 1887 में आ चुका था, वहीं ब्योमकेश बाबू 1932 में आए.
देसी-विदेशी लिटरेचर पढ़ने वालों में ये एक लंबी बहस भी रही है कि क्या ब्योमकेश बक्शी, शरलॉक होम्स से इंस्पायर्ड है? हालांकि इस सवाल का जवाब मोस्टली नेगेटिव ही पाया गया है. मगर इस सन्दर्भ में जियो सिनेमा की नई वेब सीरीज 'शेखर होम' देखते हुए मजा आता है. वो इसलिए कि लंदन के बैकग्राउंड वाले शरलॉक होम्स का, देसी बंगाली वर्जन वास्तव में दूरदर्शन के सीरियल 'ब्योमकेश बक्शी' की याद दिलाता है और बहुत पॉजिटिव तरीके से.
'शेखर होम्स' रिलीज तो पिछले हफ्ते ही हुआ था. लेकिन जैसा आजकल अक्सर होता है, कंटेंट की बाढ़ में इधर-उधर थपेड़े खाते दर्शक को मुद्दे की जगह पहुंचने में कई बार समय लग जाता है. मगर बॉलीवुड के ट्रिपल क्लैश- 'स्त्री 2' बनाम 'खेल खेल में' बनाम 'वेदा'; से निकले कंटेंट की बाढ़ में 'शेखर होम्स' तक पहुंचने के बाद एक मजेदार सरप्राइज मिला.
यहां एक दिलचस्प बात और याद आती है कि ये हिंदी सिनेमा वालों में अचानक से सिरकटे भूतों के लिए इतना प्रेम कहां से उमड़ रहा है?! जहां 'स्त्री 2' का मेन विलेन ही एक सिरकटा भूत है, वहीं एक दूसरा सिरकटा भूत 'शेखर होम' की 6 कहानियों में से एक का विलेन बना है. शुक्र ये है कि दोनों कहानियों का दिमाग तो एकदम ठिकाने पर है.
शेखर-शरलॉक जियो सिनेमा का शो, सर आर्थर कॉनन डॉयल के लिखे किरदार 'शरलॉक होम्स' और उसकी कहानियों का हिंदी एडाप्टेशन है. शरलॉक होम्स की लीगेसी और कहानियों की पॉपुलैरिटी कितनी तगड़ी है, ये तो शायद किसी को बताने की जरूरत नहीं है. इसलिए इसे हिंदी में एडाप्ट करना एक बड़ा चैलेंजिंग काम भी है. लेकिन 'शेखर होम' में सृजित मुखर्जी और अनिरुद्ध गुहा ने ये काम बड़े मजेदार तरीके से किया है.
ये सोचने की गलती बिल्कुल न करें कि 'शेखर होम', शरलॉक की कहानियों की पूरी याद दिलाते हुए इन्हें बस एक इंडियन कॉन्टेक्स्ट में परोसने वाला हैं. बल्कि 'शेखर होम' इन कहानियों को बुनने वाले धागों को भी एकदम इंडियन तौर-तरीकों, सोशल बिहेवियर और स्टाइल में लेकर आता है. और ये बड़े खिलंदड़ अंदाज में ऑरिजिनल शो को रेफरेंस भी देता चलता है. जैसे- के. के. मेनन के लीड किरदार का नाम शेखर होम, जो शरलॉक होम्स को सीधा रेफरेंस है. शुरुआत में एक सपोर्टिंग किरदार मेनन से कहता भी है कि इंडिया में ऐसा नाम तो नहीं सुना. लेकिन क्या ये मेनन के किरदार का असली नाम है? ये राज आपको शो में ही पता चलेगा.

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