विधायकी का ख्वाब... बच्चों के गुल्लक से चिल्लर निकालकर नामांकन फॉर्म खरीदने पहुंचे मुक्तिधाम के डोम
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छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर नामांकन भरा जा रहा है. ऐसे में निर्दलयी उम्मीदवार बच्चों के गुल्लक से 5 हजार के सिक्के और अपने जमा किए हुआ 5 हजार रुपये यानी कुल 10 हजार रुपये लेकर वो नामांकन का फॉर्म खरीदने आए.डोम शंकर लाल ने कहा कि वो विकास करना चाहते हैं, समाज में फैली गंदगी को साफ करना चाहते हैं. इसलिए वो चुनावी समर में कूद रहे हैं.
छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन हो रहे हैं. राष्ट्रीय और क्षेत्रीय पार्टियों के अलावा निर्दलीय उम्मीदवार भी अपनी किस्मत आजमाने की तैयारी कर रहे हैं. इसी कड़ी में दुर्ग जिले में वैशाली नगर विधानसभा क्षेत्र में रहने वाले 54 वर्षीय शंकर लाल साहू रामनगर मुक्ति धाम में 35 सालों सें अंतिम संस्कार करते हैं. इस बार वो अपना नामांकन फॉर्म खरीदने कलेक्ट्रेट पहुंचे.
डोम शंकर लाल ने कहा कि वो विकास करना चाहते हैं, समाज में फैली गंदगी को साफ करना चाहते हैं. इसलिए वो चुनावी समर में कूद रहे हैं. कोरोना काल उन्होंने अपने तीनों बच्चों को मानव सेवा में झोंका है. हार-जीत अपनी जगह है पर मैं मरते दम तक मानव सेवा के लिए ही समर्पित हूं. इसलिए वैशाली नगर विधानसभा से चुनाव लड़ने नामांकन फॉम खरीदने आया हूं. गरीब हूं, मेरे लिए बूथ में बैठने वाला शायद कोई न हो लेकिन मैं जनता की ताकत और आशीर्वाद से चुनाव लडूंगा. मैंने 35 साल से रामनगर मुक्तिधाम में डोम के रूप में निस्वार्थ मानव सेवा की है.
सिक्के लेकर नामांकन फॉर्म खरीदने पहुंचे
शंकर लाल बच्चों के गुल्लक से 5 हजार के सिक्के और अपने जमा किए हुआ 5 हजार रुपये यानी कुल 10 हजार रुपये नामांकन का फॉर्म खरीदने आए. वैशाली नगर में विकास तथा समाजसेवा के लिए वो घर-घर जाकर लोगों से संपर्क कर वोट की अपील करेंगे. वो वार्ड-12 सुपेला के रहने वाले हैं
समाज का विकास करने के लिए लड़ना जरूरी
शंकरलाल ने कहा कि उसकी लड़ाई किसी भी बड़ी पार्टी के उम्मीदवार से नहीं है, गरीब हूं राजनीतिक पार्टियों के मुताबिक खर्चने के लिए मेरे पास रुपये नहीं हैं, लेकिन मैं यह जानता हूं कि समाज की गंदगी साफ करने और विकास के लिए लड़ना जरूरी है, इसलिए मानव सेवा के जज्बे और जुनून के साथ जनता के आशीर्वाद से ही विधायक के चुनावी समर में कूद पड़ा हूं.
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