राहुल की संसदीय समिति बैठक में चीन पर चर्चा की मांग अस्वीकार, वॉकआउट किया
The Quint
rahul gandhi china: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रक्षा मामलों की संसदीय स्थायी समिति की बैठक के एजेंडे पर मतभेदों को लेकर वॉकआउट किया. rahul gandhi walkout from parliamentary panel meeting as demand of discussion on china afghanistan dismissed
कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने 14 जुलाई को रक्षा मामलों की संसदीय स्थायी समिति की बैठक के एजेंडे पर मतभेदों को लेकर वॉकआउट किया. सूत्रों ने कहा कि गांधी चाहते थे कि चीन पर सीमा विवाद पर चर्चा को एजेंडे में शामिल किया जाना चाहिए, लेकिन समिति के अध्यक्ष और बीजेपी के जुआल ओराम ने इसे अस्वीकार कर दिया.राहुल गांधी ने पूर्वी लद्दाख और अफगानिस्तान की स्थिति पर चर्चा की मांग की थी. हालांकि, समिति के चेयरमैन ने राहुल को एजेंडा पर बने रहने की नसीहत दी.बैठक का एजेंडा 'कैंटोनमेंट बोर्ड की वर्किंग का रिव्यू' था. कांग्रेस नेता ने कहा कि ये एजेंडा भी होना चाहिए लेकिन समिति को कैंटोनमेंट बोर्ड के अलावा 'और महत्वपूर्ण मुद्दों' पर भी चर्चा करनी चाहिए.ANI के मुताबिक, जब राहुल गांधी के निवेदन को अस्वीकार किया गया तो वो कुछ ही मिनटों में बैठक से चले गए. सूत्र ने ANI से कहा, "वो बैठक से जल्दी चले गए थे. हालांकि, वो समय पर आए थे."ADVERTISEMENTगांधी ने चीन के साथ सीमा विवाद के मुद्दे पर सरकार की आलोचना की है और उस पर स्थिति को गलत तरीके से संभालने का आरोप लगाया है.इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी गलवान संघर्ष की बरसी पर बयान जारी किया था, जिसमें 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने के साथ ही कई चीनी सैनिक मारे गए थे.कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि एक वर्ष का समय गुजरने के बाद भी इस घटना से जुड़े हालात को लेकर स्पष्टता नहीं है तथा सरकार देश को विश्वास में ले और यह सुनिश्चित करे कि उसके कदम देश के जवानों की प्रतिबद्धता के अनुकूल रहे हैं.कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने जवानों के बलिदान को याद करते हुए कहा कि, 14-15 जून, 2020 की रात को चीन की पीएलए के साथ हुई झड़प को एक साल पूरा हो गया है. इसमें बिहार रेजीमेंट के हमारे 20 जवानों की जान चली गई थी. कांग्रेस हमारे जवानों के सर्वोच्च बलिदान को याद करने में राष्ट्र के साथ शामिल है. इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि सैनिकों के पीछे हटाने का जो समझौता चीन के साथ हुआ है उससे भारत को नुकसान उठाना पड़ा.(इनपुट: IANS)ADVERTISEMENT...More Related News