राजगढ़: पोलियो की दवा पीने के बाद हो गया था दिव्यांग, 25 साल बाद 42 लाख मुआवजे का आदेश
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दिव्यांग के पिता भागीरथ का कहना है कि मैं ओढ़पुर गांव से हूं. दवा आई थी, हम मियां-बीवी तो काम करने चले गए थे, मेरे माता-पिता थे उन्होंने ही इसको ले जाकर दवा पिलवा दी. दवाई पिलाने के बाद दूसरे दिन से इसका चलना बंद हो गया. पोलियो की दवा थी.
मध्य प्रदेश के राजगढ़ में पोलियो की दवाई पीने के बाद भी पोलियो बीमारी होने से दिव्यांग हुए एक व्यक्ति ने शासन एवं स्वास्थ्य विभाग से उचित मुआवजे के लिए न्याय की गुहार लगाई थी. करीब 25 साल लंबी लड़ाई लड़ने के बाद राजगढ़ कोर्ट ने पीड़ित को 42 लाख रुपये का मुआवजा देने का आदेश दिया है. मुआवजे के भुगतान के लिए इतनी राशि की संपत्तियां राजगढ़ स्वास्थ्य विभाग की संपत्ति से कुर्क की जाएगी. कोर्ट के आदेश से फिलहाल राजगढ़ स्वास्थ्य विभाग के तीन वाहनों की कुर्की हुई है. तीनों वाहन राजगढ़ के जिला न्यायालय में खड़े हैं.More Related News
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.