
यूरोप को सख्ती दिखाने चले थे ट्रंप! डेनमार्क, फिनलैंड ने दिखा दिया ठेंगा
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अमेरिका में बर्ड फ्लू की वजह से अंडों की भारी कमी हो गई है जिससे कीमतें बढ़ गई हैं. बढ़ी हुई कीमतों को कम करने के लिए अमेरिका यूरोपीय देशों से अंडे खरीदना चाह रहा है. उसने डेनमार्क और फिनलैंड से अंडे के लिए अनुरोध किया था लेकिन दोनों ही देशों ने अंडा देने से लगभग मना कर दिया है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सत्ता में आते ही यूरोपीय देशों से बैर मोल ले लिया. उनके प्रशासन ने टैरिफ का बम फोड़ा और बिना यूरोप से सलाह-मशविरा किए रूस के साथ बातचीत की. ट्रंप ने यूक्रेन को सैन्य मदद भी रोक दी है जिससे पूरा यूरोप नाराज है. अब जब ट्रंप को यूरोप की जरूरत पड़ी है तब उन्हें ना सुनना पड़ रहा है. ट्रंप ने 20 जनवरी को दोबारा राष्ट्रपति बनने के साथ ही वादा किया था कि वो अमेरिका में अंडे की बढ़ती कीमतों को रोकेंगे लेकिन वो इसमें नाकाम होते दिख रहे हैं. अंडे के लिए उन्होंने डेनमार्क और फिनलैंड से अनुरोध किया था लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी है.
अमेरिका में बर्ड फ्लू की वजह से लाखों की संख्या में मुर्गियों को मारना पड़ा है जिससे अंडों की भारी कमी हो गई है और कीमतें आसमान छू रही हैं. अमेरिका में अंडे की कमी को देखते हुए अधिकारियों ने फिनलैंड और डेनमार्क जैसे देशों से अंडे के लिए अनुरोध किया था. लेकिन फिनलैंड ने अमेरिका को अंडा निर्यात करने से इनकार कर दिया है. उसका कहना है कि अमेरिका के साथ अंडा व्यापार के लिए कोई व्यापार समझौता नहीं है, इसलिए वो उसे अंडा नहीं बेचेगा.
फिनलैंड पॉल्ट्री एसोसिएशन की अध्यक्ष वीरा लेहटिला ने कहा, 'अमेरिकी अधिकारियों के साथ बाजार पहुंच के लिए कोई वार्ता नहीं हुई है.' उन्होंने कहा कि अमेरिका को अंडा निर्यात करने के लिए लंबा-चौड़ा पेपरवर्क करना होगा और इसमें शोध की भी जरूरत है इसलिए यह मुश्किल होने वाला है. उन्होंने कहा कि अगर फिनलैंड अमेरिका को अंडा भेजता भी है तो ज्यादा फर्क नहीं होगा.
उन्होंने कहा, 'बर्ड फ्लू के कारण अमेरिका में लाखों मुर्गियों को मारना पड़ा है. फिनलैड में हमारे पास केवल 40 लाख मुर्गियां हैं जो अंडा देती हैं. हमारे अंडा निर्यात करने से अमेरिका की अंडा की समस्या खत्म नहीं होने वाली है.'
पहले आर्थिक प्रतिबंध की धमकी फिर मांगे अंडे, डेनमार्क ने क्या कहा?
ट्रंप डेनमार्क के स्वायत्त क्षेत्र ग्रीनलैंड को खरीदने की बात कह चुके हैं. ट्रंप ने कहा है कि अगर डेनमार्क अमेरिका को ग्रीनलैंड नहीं देता तो उस पर आर्थिक प्रतिबंध लगाए जाएंगे. उन्होंने कहा है कि अमेरिका कभी न कभी ग्रीनलैंड को अपने में मिला लेगा. ट्रंप की इस धमकी से डेनमार्क बेहद नाराज है. ग्रीनलैंड का भी कहना है कि वो बिकाऊ नहीं है.

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