मणिपुर पर PM का बयान, कितनी देर से, कितना दुरुस्त: दिन भर, 20 जुलाई
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मणिपुर में महिलाओं के साथ सेक्शुअल असॉल्ट का वीडियो वायरल होने के बाद आज प्रधानमंत्री ने अपनी चुप्पी तोड़ी लेकिन वे कितनी देर से और कितनी दुरुस्त आए हैं? राजस्थान कांग्रेस की चुनाव कमेटी में किन नेताओं को जगह मिली है और क्या ये मान लिया जाए कि सचिन पायलट अब किनारे कर दिए गए हैं? हरियाणा में जेंडर रेशियो बढ़ रहा था, लेकिन अचानक इसमें गिरावट क्यों आने लगी है? पैसे ख़र्च करने का सबसे बेहतर जरिया क्या है, सुनिए आज के 'दिन भर' में कुलदीप मिश्र से.
मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच का तनाव हर दिन नासूर बन रहा है. महिलाओं को नग्न करके उनकी परेड निकाली जा रही है, उनसे सेक्शुअल असॉल्ट किया जा रहा है. डेढ़ महीने बाद एफआईआर दर्ज होती है लेकिन दो महीने तक गिरफ्तारी नहीं होती. वीडियो वायरल होने के बाद होती भी है, लेकिन अनेक आरोपियों में से सिर्फ एक की.
मणिपुर में दो महिलाओं से भीड़ की अभद्रता का वीडियो वायरल होने के ठीक बाद आज संसद का मॉनसून सेशन शुरू हुआ और विपक्ष सरकार पर हमलावर रही. मुद्दे पर चर्चा नहीं हो पाई और सदन अब कल तक के लिए स्थगित हो गया. सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मुद्दे पर सुओ मोटो लेकर सरकार को तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया. इस ख़बर के सामने आते ही कल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर चुप्पी तोड़ने का दबाव बन रहा था, आज आख़िरकार उनका मौन टूटा. कांग्रेस का कहना है कि प्रधानमंत्री बोले तो ज़रूर, लेकिन जो बोले, वो नाकाफी है.
मणिपुर में आर्टिकल 355 लागू है. यानी लॉ एंड ऑर्डर अब सीधे केंद्र सरकार देख रही है, वहां केंद्रीय एजेंसियां सक्रिय हैं. यानी जो वहां हुआ, उसकी प्राथमिक ज़िम्मेदारी केंद्र सरकार की बनती है.तो ये जो वीडियो वायरल हुआ है, वो घटना हुई कैसे, किन परिस्थतियों में हुई? जो प्रधानमंत्री का बयान आया है, क्या वो देर से आया और आया भी तो कितना दुरुस्त आया है? और मणिपुर में जिस तरह की स्थिति बनी हुई है, क्या ये सही मौका नहीं है राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया जाए, सुनिए 'दिन भर' की पहली ख़बर में.
राजस्थान में दिसंबर महीने में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं. ऐसा लगता है कि सचिन पायलट इस बार भी सीएम इन वेटिंग ही रह जाएंगे. कांग्रेस की चुनाव कमेटी की जब आज घोषणा हुई और ये तय हो गया कि सचिन पायलट के साथ जो मान मनौव्वल हुई थी, उसमें उनके हाथ कुछ लगा नहीं. राजस्थान कांग्रेस की चुनाव कमेटी में ज़्यादातर लोग अशोक गहलोत के करीबी हैं. गोविंद सिंह डोटासरा जो पहले से प्रदेश अध्यक्ष थे, कमेटी के अध्यक्ष बन गए. 29 लोग इस कमेटी के सदस्य हैं. सचिन पायलट या अशोक गहलोत, किस खेमे के नेताओं को इस कमेटी में जगह मिली है और कौन से बड़े नाम इससे ग़ायब हैं, सुनिए 'दिन भर' की दूसरी ख़बर में.
नायडू पहली बार 1995 में मुख्यमंत्री बने और उसके बाद दो और कार्यकाल पूरे किए. मुख्यमंत्री के रूप में उनके पहले दो कार्यकाल संयुक्त आंध्र प्रदेश के नेतृत्व में थे, जो 1995 में शुरू हुए और 2004 में समाप्त हुए. तीसरा कार्यकाल राज्य के विभाजन के बाद आया. 2014 में नायडू विभाजित आंध्र प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री के रूप में उभरे और 2019 तक इस पद पर रहे. वे 2019 का चुनाव हार गए और 2024 तक विपक्ष के नेता बने रहे.
जम्मू-कश्मीर के रियासी में हुए आतंकी हमले में 10 लोगों की जान गई. इस हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ है. इन पाकिस्तानी आतंकवादियों की पहचान तक हो चुकी है. उनके नाम अब्बू, हमजा और फौजी. इनके चेहरे कैमरे पर कैद हुए हैं. ये वो सबूत हैं, जो चीख-चीखकर कह रहे हैं कि रियासी के हमले में पाकिस्तान का ही हाथ था.