मंदिर-मस्जिद की लड़ाई महाराष्ट्र तक पहुंची, राज ठाकरे की पार्टी ने कर दिया बड़ा दावा
AajTak
मंदिर-मस्जिद विवाद में MNS भी कूद गई है. दावा किया गया है कि पुणे में दो मंदिरों को तोड़कर वहां पर दरगाह का निर्माण करवाया गया. MNS के मुताबिक पुणे में पहले दो जुड़वा मंदिर हुआ करते थे- पुणेश्वर और नारायणेश्वर.
देश में मंदिर-मस्जिद की लड़ाई जोर पकड़ती जा रही है. अलग-अलग राज्य में लगातार मंदिर-मस्जिद को लेकर दावे हो रहे हैं, सर्वे करवाने की मांग उठाई जा रही है. अब हनुमान चालीसा विवाद के बाद महाराष्ट्र में मंदिर-मस्जिद विवाद ने भी दस्तक दे दी है. MNS ने पुणे में दो मंदिरों को लेकर जंग छेड़ दी है. आरोप है कि मुगलों ने उन मंदिरों को तोड़कर वहां पर दरगाह का निर्माण करवाया.
MNS के मुताबिक पुणे में पहले दो जुड़वा मंदिर हुआ करते थे- पुणेश्वर और नारायणेश्वर. लेकिन मुगल काल में अलाउद्दीन खिलजी के एक कमांडर ने उन दोनों ही मंदिरों को ध्वस्त कर वहां पर दरगाह का निर्माण करवा दिया. MNS नेता अजय शिंदे तो यहां तक कह रहे हैं कि Deccan Archeological College की रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि कर दी गई है कि वहां पर पहले दो मंदिर हुआ करते थे.
इस एक दावे ने इलाके में तनाव बढ़ा दिया है. पुलिस फोर्स को भी इलाके में बढ़ा दिया गया है. पूरी कोशिश की जा रही है कि दो समुदाय के बीच तनाव की स्थिति पैदा ना हो. वैसे MNS इस समय महाराष्ट्र में कई धार्मिक मुद्दों के दम पर अपनी सियासत चमकाने की कोशिश कर रही है. उसकी तरफ से लाउडस्पीकर का मुद्दा भी उठाया जा रहा है, वो मंदिर-मस्जिद विवाद पर भी प्रतिक्रिया दे रही है और शहरों के नाम बदलने पर भी उसका पूरा जोर है.
हाल ही में MNS प्रमुख राज ठाकरे ने एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से औरंगाबाद का नाम बदल संभाजीनगर करने की मांग उठा दी थी. उन्होंने पीएम से पूरे देश में यूनिफॉर्म सिविल कोर्ट भी लागू करने की अपील की थी. वे मानते हैं कि ऐसा होने पर महाराष्ट्र में शिवसेना की सियासत समाप्त हो जाएगी.
‘जिस घर में कील लगाते जी दुखता था, उसकी दीवारें कभी भी धसक जाती हैं. आंखों के सामने दरार में गाय-गोरू समा गए. बरसात आए तो जमीन के नीचे पानी गड़गड़ाता है. घर में हम बुड्ढा-बुड्ढी ही हैं. गिरे तो यही छत हमारी कबर (कब्र) बन जाएगी.’ जिन पहाड़ों पर चढ़ते हुए दुख की सांस भी फूल जाए, शांतिदेवी वहां टूटे हुए घर को मुकुट की तरह सजाए हैं. आवाज रुआंसी होते-होते संभलती हुई.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवनियुक्त केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह और नितिन गडकरी से सोमवार को नई दिल्ली में मुलाकात की. भाजपा के तीनों नेताओं ने रविवार को मोदी-3.0 में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी. 2024 लोकसभा चुनाव जीतने के बाद तीनों वरिष्ठ नेताओं से योगी आदित्यनाथ की यह पहली मुलाकात है.