
भारतीय सैनिकों को वापस भेजा लेकिन मुइज्जु सरकार ने भारत को दी इस बात की मंजूरी, चिढ़ेगा चीन
AajTak
मालदीव में भारतीय नागरिकों की मौजूदगी इसलिए अहम है क्योंकि हिंद महासागर में स्थित मालदीव रणनीतिक रूप से भारत के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है. कूटनीतिक और राजनीतिक शब्दावली में हिंद महासागर भारत का बैकयार्ड कहलाता है.
मालदीव से जारी राजनयिक तनाव के बीच भारत को एक बड़ी कूटनीतिक जीत मिली है. मालदीव ने भारतीय पायलट को मालदीव में हेलीकॉप्टर ऑपरेट करने की अनुमति दे दी है. मालदीव ने भारतीय पायलट को भारतीय नागरिक बताया है.
मालदीव के रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि स्वास्थ्य सुविधाओं के उद्देश्यों से भारत द्वारा मालदीव को दिए गए हेलीकॉप्टर को ऑपरेट करने के लिए भारतीय नागरिकों का एक समूह मालदीव आ रहा है.
मालदीव में भारतीय नागरिकों की मौजूदगी इसलिए अहम है क्योंकि हिंद महासागर में स्थित मालदीव रणनीतिक रूप से भारत के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है. कूटनीतिक और राजनीतिक शब्दावली में हिंद महासागर भारत का बैकयार्ड कहलाता है. इसके अलावा मालदीव में मोहम्मद मुइज्जू की सरकार बनने के बाद से ही दोनों देशों के बीच राजनयिक तनाव चरम पर है. राष्ट्रपति मुइज्जू और उनकी पार्टी को चीन समर्थक बताया जाता है. राष्ट्रपति मुइज्जू की ओर से भारतीय सैनिकों को देश छोड़ने की मांग के बाद से दोनों देशों के बीच रिश्तों में खटास आई है.
आज रात से हैंडओवर की प्रक्रिया होगी शुरू
मालदीव के रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी बयान में यह भी कहा गया है कि मालदीव में हेलीकॉप्टर को ऑपरेट करने के लिए भारतीय नागरिक अड्डू शहर आ रहे हैं.
एक हेलीकॉप्टर GAN हवाई अड्डे पर स्थित है. रिपोर्ट के मुताबिक, आज रात जीएएन हवाई अड्डे पर भारतीय पायलट पहुंच जाएंगे, जिसके बाद हेलीकॉप्टर ऑपरेटिंग का काम भारतीय नागरिकों को देने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. ये सभी नागरिक मालदीव में तैनात मौजूदा सैन्य कर्मियों की जिम्मेदारी संभालेंगे और भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए हेलीकॉप्टर को ऑपरेट करेंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की खास बातचीत में आतंकवाद विषय पर महत्वपूर्ण विचार साझा किए गए. इस बातचीत में पुतिन ने साफ कहा कि आतंकवादियों का समर्थन नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि यदि आजादी के लिए लड़ना है तो वह कानून के दायरे में होना चाहिए. पुतिन ने ये भी बताया कि आतंकवाद से लड़ाई में रूस भारत के साथ मजबूती से खड़ा है.

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.







