
बाढ़ में डूबा 1 तिहाई पाकिस्तान, करोड़ों लोग प्रभावित, कई इलाके तो पूरी तरह तबाह
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पाकिस्तान में बाढ़ ने तबाही मचाई हुई है. मंगलवार तक 1100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और 1600 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि एक तिहाई पाकिस्तान बाढ़ से प्रभावित है. पाकिस्तान में रहने वाले सात में से हर एक इंसान पर बाढ़ का असर है. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हालात पर दुख जताया है.
पाकिस्तान में लगातार बारिश के बाद कई इलाकों में बाढ़ की वजह से 1100 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. जबकि करोड़ों लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. बाढ़ की वजह से एक तिहाई पाकिस्तान पानी में डूब गया है. पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार दुनियाभर से मदद मांग रही है. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पाकिस्तान में बाढ़ की वजह से मचे हाहाकार पर दुख जताया है.
पाकिस्तान सरकार के क्लाइमेट चेंज मिनिस्टर शेरी रहमान ने बाढ़ को लेकर कहा कि मानसून की अधिक बारिश की वजह से एक तिहाई पाकिस्तान बाढ़ का सामना कर रहा है. मिनिस्टर शेरी रहमान ने इसे दशक का मॉन्स्टर मानसून बताया है.
पाकिस्तान में 1100 से ज्यादा मौत, 1600 से ज्यादा घायल नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के आंकड़ों के अनुसार, आर्थिक तंगी झेल रहे पाकिस्तान में आफत बनकर आई बाढ़ मंगलवार तक 1136 लोगों को अपनी चपेट में ले चुकी है. वहीं करीब 1600 लोग घायल बताए जा रहे हैं. NDMA के अनुसार, बाढ़ में 7 लाख से ज्यादा पशु मारे गए हैं. बाढ़ से मची तबाही में 3,451 किलोमीटर सड़कें, 149 ब्रिज, 170 दुकानें और करीब 10 घर तहस-नहस हो गए हैं.
पाकिस्तान के पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले हजारों लोग फंसे हुए हैं, जिन्हें निकालने की कोशिश की जा रही है. फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए हेलिकॉप्टरों की मदद ली जा रही है, लेकिन अभी तक सभी लोगों को रेस्क्यू नहीं किया जा सका है.
पाकिस्तान के अधिकारियों के अनुसार, बाढ़ की वजह से पाकिस्तान के करीब 3 करोड़ लोग प्रभावित हैं. उन्होंने बताया कि हर सात में से एक पाकिस्तानी बाढ़ से प्रभावित है. बाढ़ की वजह से कई इलाकों में सड़कें, इमारतें और ब्रिज टूटकर पानी में बह गए हैं. लोगों का हाल बेहाल है.
एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में कई हजार गांव ऐसे हैं जिनमें रहने वाले लोगों का पाकिस्तान के अन्य इलाकों से कनेक्शन पूरी तरह टूट गया है. क्योंकि उनके इलाकों में नदी के तेज बहाव की वजह से सड़कें और ब्रिज तहस-नहस हो गए हैं.

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