प्लानिंग के तहत गाजा में अभियान चला रही इजरायली सेना, विस्थापित फिलिस्तीनी खान यूनुस के टेंट में रहने को मजबूर
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इजरायली सेना के प्रवक्ता ने कहा कि उत्तरी गाजा पट्टी में जमीनी लड़ाई जारी है. हम योजना के अनुसार युद्ध के चरणों से आगे बढ़ रहे हैं. हम धीरे-धीरे गाजा पट्टी में जमीनी अभियान और बलों के पैमाने का विस्तार कर रहे हैं. जमीनी अभियान जटिल है और इसमें हमारी सेनाओं के लिए जोखिम भी शामिल है.
गाजा में सुरंगों का नेटवर्क, हमास के लगातार हो रहे रॉकेट हमले और मानव ढाल का सहारा लेकर आम लोगों के बीच छिपे आतंकी… ऐसे में अपने बंधकों को 23 दिन के युद्ध के बाद भी इजरायल छुड़ाने में सफल नहीं हो सका है. लिहाजा, अब पूरी प्लानिंग के साथ सेना गाजा में घुस रही है. सड़क के किनारे फिलिस्तीनी झंडों की जगह लगे इजरायल के झंडे बता रहे हैं कि अब गाजा पर उसका कब्जा हो रहा है. गाजा में धीरे-धीरे चल रहा है जमीनी अभियान इजरायली सेना के प्रवक्ता ने कहा कि उत्तरी गाजा पट्टी में जमीनी लड़ाई जारी है. हम योजना के अनुसार युद्ध के चरणों से आगे बढ़ रहे हैं. हम धीरे-धीरे गाजा पट्टी में जमीनी अभियान और बलों के पैमाने का विस्तार कर रहे हैं. जमीनी अभियान जटिल है और इसमें हमारी सेनाओं के लिए जोखिम भी शामिल है. हम अपनी सेना की सुरक्षा सुनिश्चित करने और युद्ध के उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए जमीन, समुद्र और हवा से वह सब करेंगे, जो हम कर सकेंगे.
अब तक, हमने 311 आईडीएफ शहीद सैनिकों के परिवारों और 230 बंधकों के परिवारों को सूचित किया है. हम परिवारों के साथ हैं और उनका साथ देना जारी रखेंगे. बंधकों को घर वापस लाने के लिए हम सब कुछ कर रहे हैं, यह सर्वोच्च प्राथमिकता है. आईडीएफ सैनिक अब उस उद्देश्य के लिए युद्ध क्षेत्र में भी लड़ रहे हैं.
इजरायल ने कड़ी कर दी अपनी नाकाबंदी इजरायली सेना के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हगारी ने रविवार (29 अक्टूबर) को कहा कि हमास द्वारा संचालित गाजा पट्टी में इजरायल का जमीनी अभियान धीरे-धीरे बढ़ रहा है और योजना के अनुसार चल रहा है. इजरायली सेना ने गाजा में हमास के खिलाफ जमीनी कार्रवाई शुरू की, जिसे इजरायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह को कुचलने के उद्देश्य से तीन सप्ताह पुराने युद्ध का दूसरा चरण कहा. इस्लामिक समूह हमास के 7 अक्टूबर के विनाशकारी हमले के बाद से इज़राइल ने अपनी नाकाबंदी कड़ी कर दी है और तीन सप्ताह तक गाजा पर बमबारी की है. इज़रायली अधिकारियों ने कहा कि देश के 75 साल के इतिहास के सबसे घातक दिन में कम से कम 1,400 इज़रायली मारे गए.
इजरायल ने गाजावासियों से किया था जगह खाली करने का आह्वान विस्थापित फिलिस्तीनियों ने रविवार (29 अक्टूबर) को दक्षिणी गाजा पट्टी में खान यूनिस में अस्थायी तंबू के नीचे आश्रय लिया. इजराइल की सेना ने शनिवार (28 अक्टूबर) को फिलिस्तीनियों से इजरायली ऑपरेशन से पहले उत्तरी गाजा पट्टी को खाली करने का आह्वान फिर से जारी किया था. इजरायल ने कहा कि, हमास ने अपने हथियार और सेनाएं नागरिकों के बीच रखी हैं, गाजा के निवासियों को अपनी सुरक्षा के लिए दक्षिण की ओर जाने के लिए कहा गया है.इजराइल की अब तक की सबसे भारी बमबारी के तहत 1.4 मिलियन से अधिक गाजावासी अस्थायी आश्रयों के लिए अपने घरों से भाग गए हैं.