पीएम मोदी के जम्मू-कश्मीर दौरे पर शहबाज शरीफ ने की टिप्पणी, भारत ने दिया करारा जवाब
AajTak
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर का दौरा किया था. पीएम मोदी का यह दौरा, J-K में आर्टिकल 370 हटने के बाद पहला दौरा था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) बीते रविवार 24 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) दौरे पर पहुंचे. कार्यक्रम के मुताबिक पीएम ने यहां ग्रामसभा की बैठक में शिरकत की. जहां उन्होंने 38,082 करोड़ रुपये के औद्योगिक विकास प्रस्तावों की आधारशिला रखी. ऐसे में पीएम के जम्मू-कश्मीर दौरे को लेकर पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) ने टिप्पणी की, जिसको लेकर अब भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) की ओर से करारा जवाब मिला है.
दरअसल, पीएम के दौरे पर पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने टिप्पणी करते हुए कहा था कि भारत, जम्मू और कश्मीर में सामान्य हालात होने का झूठा दिखावा कर रहा है. जिस पर अब विदेश मंत्रालय ने करारा पलटवार किया है. विदेश मंत्रालय ने अपने जवाब में कहा कि पीएम मोदी का स्वागत हुआ. जम्मू-कश्मीर में बदलाव हुआ यह सभी ने देखा. पाकिस्तान को इस पर टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है.
MEA ने कहा कि पाकिस्तान में नई सरकार के बाद भारत के रवैये में कोई बदलाव नहीं है. वहीं कराची हमले पर भी MEA ने बयान दिया है. अपने बयान में मंत्रालय ने कहा कि आतंक कहीं भी हो, भारत उसके खिलाफ है. कराची हमले से साफ, सभी को आतंक पर एकमत होने की ज़रूरत है.
पीएम के यूरोप दौरे पर भी विदेश मंत्रालय ने बयान दिया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि प्रधानमंत्री की इस वर्ष 2022 में पहली विदेश यात्रा जर्मनी से शुरू हो रही है. PM फ्रांस और डेनमार्क जाएंगे. वहीं उन्होंने कहा कि यूक्रेन पर हमारा रुख कई बार आ चुका है. वहीं वंदे भारत ट्रेन के यूक्रेन से कुछ पार्ट लाने के सवाल पर उन्होंने जवाब दिया कि वंदे भारत ट्रेन के मुद्दे पर बात हुई थी. यूक्रेन में कुछ पार्ट बनते है... हम देख रहे है कैसे जल्द से जल्द भारत ला सकते हैं.
'दुश्मन देश का उदाहरण नहीं देना लेकिन...', पाकिस्तान की संसद में भारत के चुनाव पर क्यों छिड़ी चर्चा?
पाकिस्तान के विपक्ष के नेता शिबली फराज ने भारत की चुनाव प्रक्रिया की तारीफ की है. उन्होंने पाकिस्तान में चुनाव में धांधली का बात करते हुए कहा कि पाकिस्तान में क्यों नहीं भारत जैसे चुनाव कराए जा सकते हैं.
अयोध्या की हार को बीजेपी भुला नहीं पा रही है. पर बीजेपी को यह समझना होगा कि अयोध्या में कोई पहली बार बीजेपी को हार नहीं मिली है. फिर तीसरी बार अगर केंद्र में लगातार पार्टी को सत्ता मिली है तो क्या उसमें रामलाल मंदिर की बिलकुल भूमिका नहीं है? अब तक हिमंता बिस्व सरमा ही आगे आए हैं, जो कह रहे हैं कि वे अयोध्या जाकर भगवान राम से आशीर्वाद लेंगे.
मुनक नहर दिल्ली की जल आपूर्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. फिर भी इसे 'खूनी नहर' कहा जाता है. इस नहर में हर तीसरे दिन शव तैरते नजर आते हैं. करीब 35 फीट गहरी इस नहर में रात के समय कई गाड़ियां फंस जाती हैं. क्योंकि यहां घना अंधेरा हादसों को दावत देता है. अपराधी भी अपनी गतिविधियों को छुपाने के लिए इस नहर का उपयोग करते हैं.
राजधानी में पानी की किल्लत के बीच जल मंत्री आतिशी अक्षरधाम के पास स्थित पाइपलाइन का निरीक्षण करने पहुंचीं थीं. निरीक्षण के दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि टैंकर माफियाओं पर बिल्कुल लगाम कसी जानी चाहिए. चाहे वो हरियाणा बॉर्डर के पार हों या दिल्ली के इस पार. लेकिन उससे समस्या का समाधान नहीं होगा.
अरुणाचल प्रदेश में पेमा खांडू ने लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है. खांडू के साथ 11 अन्य विधायक भी मंत्री बनाए गए हैं. इन सभी ने भी शपथ ली है. सीएम खांडू को सीमावर्ती जिले तवांग में मुक्तो सीट से फिर से निर्विरोध चुना गया है. एक दिन पहले ही सर्वसम्मति से उन्हें बीजेपी विधायक दल का नेता चुना गया था.